दिल्ली में कोरोना का कहर चरम पर है। कोविड-19 वैसे तो महामारी है लेकिन इस पर अंकुश लगाने के लिए राज्य प्रशासन को जिस राजनीतिक इच्छाशक्ति के साथ जमीन पर काम करना था, उसमें दिल्ली की AAP सरकार एकदम फिसड्डी रही है।
कोविड-19 महामारी के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक काम लेकिन बखूबी किया है – अपना चेहरा चमकाना – विज्ञापनों के जरिए!
9:56 AM pic.twitter.com/LIUrv7ONek
— Hindi (@mithelesh) April 25, 2021
25 अप्रैल 2021 की बात करें तो सिर्फ एक चैनल इंडिया टुडे पर ही केजरीवाल लगातार बैटिंग करते जा रहे हैं – एकदम नॉटआउट। सुबह 9 बजकर 56 मिनट से उनकी बैटिंग 2 बजकर 51 मिनट तक चली है – विज्ञापन के जरिए नाबाद!
2/2 pic.twitter.com/zWlNGKD0LD
— czkane (@czkne145i) April 25, 2021
इसके अलावा न्यूज नेशन, TV9 भारतवर्ष, इंडिया TV, रिपब्लिक भारत और न्यूज 24 पर भी CM केजरीवाल का विज्ञापन बराबर आया।
धरने-प्रदर्शन करने वाले केजरीवाल अब दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल बन चुके हैं। लेकिन धरने-प्रदर्शन के कारण TV मीडिया के चेहरे वाले छवि से अभी तक वो निकल नहीं पाए हैं – ऐसा प्रतीत होता है। यह इसलिए क्योंकि और कोई कारण नहीं, जब पूरी दिल्ली में ऑक्सीजन हाहाकार मचा हुआ है, तब केजरीवाल TV पर विज्ञापनों के जरिए नजर आ रहे हैं।
Delhi people…. pic.twitter.com/8OQlpCuj52
— batman (@batman4city) April 25, 2021
Kejriwal has literally bribed Tv channels to keep their mouth shut by giving ad’s worth 1.67 every day in last 3 months using public money and same public is dying because of his incompetence, family members still alive are watching his ad’s on TV every 15 min. pic.twitter.com/7Rih1jN4Z3
— Aryavarta (@Aryavarta21) April 25, 2021
सोशल मीडिया पर उनका यह विज्ञापनी रूप लोगों को पसंद नहीं आ रहा है। मीम के जरिए लोग दिल्ली की जनता (वोटरों को) धृतराष्ट्र तक की संज्ञा दे रहे हैं। जबकि कुछ तो उनके पिछले 20 दिन की कुंडली निकाल कर फोटो/ग्राफिक्स बना कर फैला रहे हैं, सच्चाई बता रहे हैं।
CM केजरीवाल ने 3 महीने में विज्ञापनों पर लुटाए ₹150 करोड़
RTI से पता चला है कि जनवरी 2021 में केजरीवाल सरकार द्वारा विज्ञापनों पर 32.52 करोड़ रुपए, फरवरी में 25.33 करोड़ रुपए और मार्च में 92.48 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। ऐसे हालात में जब कोरोना की दूसरी लहर से राष्ट्रीय राजधानी की स्वास्थ्य सेवाएँ चरमरा रही हैं, केजरीवाल सरकार ने औसतन हर दिन 1.67 करोड़ रुपए विज्ञापन पर खर्च किए हैं।
8 ऑक्सीजन प्लांट के लिए लिया पैसा, बनवाया मात्र 1
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के रिकॉर्ड को देखें तो केंद्र सरकार ने पीएम केयर्स फंड से दिसंबर 2020 में ही केजरीवाल सरकार को ऑक्सीजन के लिए राशि मुहैया कराई थी। केंद्र सरकार द्वारा यह राशि दिल्ली में 8 PSA (Pressure Swing Absorption) ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने के लिए दी गई थी। केजरीवाल सरकार पैसा तो ले लिया लेकिन अब तक मात्र 1 ही ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया।
‘फाँसी पर चढ़ा देंगे’ – केजरीवाल सरकार की निष्क्रियता पर दिल्ली HC
दिल्ली स्थित जयपुर गोल्डन हॉस्पिटल ने दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी को लेकर दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी। वरिष्ठ वकील सचिन दत्ता ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार की अक्षमता पर प्रश्न उठाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार के अधिकारी उस समय नदारद रहे, जब अस्पताल में मरीज ऑक्सीजन की कमी से मरते रहे। उन्होंने बताया कि शुक्रवार (23 अप्रैल) को पूरा दिन दिल्ली सरकार के अधिकारियों से संपर्क करने का प्रयत्न किया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
इस जानकारी के बाद दिल्ली हाई कोर्ट के जज ने कहा – “कोई भी अधिकारी ऑक्सीजन की आपूर्ति में बाधा डालेगा तो हम फाँसी पर चढ़ा देंगे।”