कॉन्ग्रेस पार्टी की मीटिंग हुई। आंतरिक लोकतंत्र के लिए। मीटिंग में युवा राहुल गाँधी ने कह दिया कि जो लोग लेटरबाजी कर रहे थे वो सब BJP से मिले हुए हैं। युवा पूर्व अध्यक्ष की बात पर वरिष्ठ नेता लोग भड़क गए। कपिल सिब्बल ने बात सार्वजनिक कर दी। गुलाम नबी आजाद ने तो इस्तीफे की ही पेशकश कर दी।
देश की सबसे पुरानी पार्टी में इतनी उठा-पटक हो और समाचार चैनल वाले बैठे रहें, यह संभव नहीं। NDTV भी बैठा नहीं रह पाया। हालाँकि कॉन्ग्रेस के मामले में पहले वो फूँक-फूक कर कदम रखता था, आज स्लिप कर गया। स्लिप कर गया तो खामियाजा भी उठाना पड़ा।
NDTV ने एक ट्वीट किया, सूत्रों के हवाले से। पहले ये ट्वीट देखिए।
यह ट्वीट पत्रकारिता के एकमात्र स्तंभ NDTV के गले की फाँस बन गया। कॉन्ग्रेसी नेता से लेकर कॉन्ग्रेसी खेमे के तथाकथित पत्रकार लोग भी NDTV पर टूट पड़े। जो अब तक BJP को घेरने के लिए गोदी मीडिया जैसे विशेषणों का प्रयोग करते थे, खुद उनके माथे पर उनके ही समर्थक ‘गोदी मीडिया’ गोद गए।
'Sources' want to mislead the nation , Godi Media won't be successful in their agenda !#CWCMeet @INCIndia https://t.co/TcjBDNHHKi
— Deep Karan Singh (@Deepkaran_INC) August 24, 2020
कॉन्ग्रेस के नेता तक NDTV को फेक न्यूज फैलाने वाला सोर्स बताने लगे।
This is fake news. Have some shame and delete it. https://t.co/y82CLp56We
— Hasiba | حسيبة 🌈 (@HasibaAmin) August 24, 2020
फिर कूदे तथाकथित पत्रकार, जो अब तक NDTV के साथ मिलकर गोदी मीडिया-गोदी मीडिया खेल रहे थे। एक दिन भी बर्दाश्त नहीं कर सके गाँधी-भक्ति के खिलाफ, जो सुबह-शाम भक्त की माला जप कर दूसरों को संबोधित करते हैं।
@ndtv, do you want to explain this tweet? Do you stand by it? Who are your sources? If you can't tell us, why have you granted them anonymity? Do your job as journalists, if you expect the world to support you when you get in trouble for journalism. https://t.co/hVSE8chTe3
— Mihir Sharma (@mihirssharma) August 24, 2020
They avoid it; They explain to readers why they have granted the source anonymity; They have at least two independent sources. Are you saying this was followed in this case? Or in India in general? This is just another occasion where that failure has come back to hurt readers
— Mihir Sharma (@mihirssharma) August 24, 2020
चोट दिल पर लगी है, बड़ी जोर लगी है। इसलिए एक कॉन्ग्रेसी ने तो NDTV को गोदी मीडिया कहने से ही इनकार कर दिया। उसने नया नाम दिया है – झाड़ू मीडिया।
Today, @NDTV and its journalists have also been exposed due to the #CWCMeet. This channel is also not trustworthy.
— Priya (@inc_priya) August 24, 2020
Yes, it is not Godi Media but Jhaadu Media.
Be aware guys, inka bhi propaganda hai @INCIndia ke against.@Nidhi @umashankarsingh @ravishndtv https://t.co/H7cSSp8yqR
गाँधी जैसे मिलते-जुलते नाम वाले पाँधी ने तो कमाल ही कर दिया। परोक्ष रूप से उन्होंने NDTV पर बिकाऊ होने का आरोप तक लगा डाला।
The peacocks are puking what was fed to them yesterday. Shame on you @NDTV for spreading fake news & lies. https://t.co/HbU7pTWCgx
— Gaurav Pandhi (@GauravPandhi) August 24, 2020