Saturday, May 17, 2025
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‘किधर फँस गया रे बाबा… बजट से बैंकॉक अच्छा’: इधर राहुल गाँधी ने दिया रिएक्शन, उधर मीम्स की बौछार

एक यूजर ने लिखा कि राहुल गाँधी सोच रहे होंगे, "यहाँ बजट कुछ समझ आ नहीं रहा और वहाँ छोटा भीम का एपिसोड निकला जा रहा है यार।"

सोमवार (फरवरी 1, 2021) को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट प्रस्तुत किया और कोविड -19 महामारी की वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था पर पड़े बुरे प्रभाव के बाद इसे पुनर्जीवित करने के उपायों की घोषणा की। हालाँकि, जब सीतारमण बजट पेश कर रही थीं, इस दौरान लोगों की नजर पूर्व कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी पर पड़ी।

राहुल गाँधी के उदासीन चेहरे और झपकती पलकों को देखकर साफ पता चल रहा था कि वो ‘बोर’ हो रहे हैं। ऐसा लग रहा था कि जैसे किसी ने उन्हें जबर्दस्ती वहाँ बिठा दिया हो और वो किसी तरह से वहाँ से निकलना चाहते हों। इस तस्वीर में राहुल गाँधी अपना सिर पकड़े हुए दिखाई दे रहे हैं और आँखें भी आधी बंद है, जैसे कि वो हल्की नींद में हों, झपकी ले रहे हों। उनकी तस्वीर देखकर ऐसा लग रहा है जैसे वो इससे छुटकारा पाना चाहते हों।

इसके तुरंत बाद यह तस्वीर ट्विटर पर वायरल हो गई, जिससे मीम्स और जोक्स की बौछार शुरू हो गई। वैसे ये पहली बार नहीं है, इससे पहले भी राहुल गाँधी की संसद में आँख मारने वाली तस्वीर वायरल हुई थी।

देखें माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर वायरल ट्वीट्स:

बायोलॉजी क्लास vs मैथ्स क्लास:

एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि राहुल गाँधी सोच रहे होंगे, “यहाँ बजट कुछ समझ आ नहीं रहा और वहाँ छोटा भीम का एपिसोड निकला जा रहा है यार।”

ये क्या हो रहा है, कब ख़त्म होगा?

एक ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि राहुल गाँधी सोच रहे होंगे, “किधर फँस गया रे बाबा… खिड़की भी नहीं है कि बाहर देख सकूँ… मोबाइल भी नहीं कि ट्वीट कर लूँ… बजट से बैंकॉक अच्छा।”

मुझे सुबह ऑनलाइन क्लास अटेंड करना है:

एक अन्य यूजर ने लिखा कि राहुल गाँधी शायद यह बोलना चाह रहे हों कि अरे जल्दी बोल, जर्मनी निकलना है। बता दें कि राहुल गाँधी ज्यादातर विदेश यात्रा पर रहते हैं और इसको लेकर उन्हें लगातार ट्रोल किया जाता रहा है।

भक्ति नाम की यूजर ने लिखा, “यार सब लोग ‘gadget gadget’ चिल्ला रहे थे, मुझे लगा कि डोरेमॉन नए ‘gadget’ की घोषणा करेगा, ये तो ‘budget’ निकला।”

बता दें कि कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी ने सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बजट पेश किए जाने के बाद आरोप लगाया कि सरकार की योजना भारत की संपत्तियों को अपने पूँजीपति मित्रों को सौंपने की है।उन्होंने ट्वीट किया, ”सरकार लोगों के हाथों में पैसे देने के बारे में भूल गई। मोदी सरकार की योजना भारत की संपत्तियों को अपने पूँजीपति मित्रों को सौंपने की है।”

कॉन्ग्रेस नेता ने बजट पेश किए जाने से पहले कहा था कि बजट में छोटे एवं मझोले कारोबारियों की मदद करने के साथ स्वास्थ्य और रक्षा खर्च में बढ़ोतरी किए जाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा था, “बजट -2021 में एमएसएमई, किसानों और कामगारों की मदद की जानी चाहिए ताकि रोजगार का सृजन हो सके । लोगों के जीवन बचाने के लिए स्वास्थ्य क्षेत्र पर खर्च बढ़ाया जाए। सीमाओं की सुरक्षा के लिए रक्षा खर्च में बढ़ोतरी हो।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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