9 नवंबर 1989 को राम मंदिर का शिलान्यास भले उस जगह से कुछ मीटर दूर करना पड़ा था जहाँ रामलला विराजमान थे, लेकिन इसी तारीख ने यह तय कर दिया था कि भव्य राम मंदिर इस देश में बनकर जरूर खड़ा होगा।
अयोध्या में इस बार भव्य दीपोत्सव मनाया गया। 12 लाख दीयों से प्रभु श्रीराम की नगरी जगमग हुई। राम की पैड़ी पर 9 लाख और अयोध्या के बाकी हिस्सों में 3 लाख दीये जलाए गए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में कहा कि पिछली सरकारों में ये पैसा कब्रिस्तान की दीवार बनाने में खर्च होता था, आज मंदिरों के पुनर्निर्माण और सुंदरीकरण पर खर्च हो रहा है।