केंद्र सरकार ने प्रवासी मजदूरों के लिए दिल्ली सरकार को करीब पौने 700 टन अनाज दिए। रखे-रखे ये अनाज सड़ गया। पैकेट्स पर सीएम केजरीवाल की तस्वीर ज़रूर लगा दी गई थी।
तब इन्हीं कैप्टेन अमरिंदर सिंह ने खैरा के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा था कि वो पंजाब के इतिहास और अपने बयान के दुष्परिणामों की समझ से दूर 'ड्रामा' कर रहे हैं।