Tuesday, October 8, 2024

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कृषि

मुश्किल से मिलती थी दो वक्त की रोटी, आज दुनिया ‘किसान चाची’ के नाम से जानती है: मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री मोदी तक कर...

किसान चाची ने अपने बुलंद हौसले के दम पर न सिर्फ सामाजिक बंधनों का विरोध किया, बल्कि अपनी मेहनत से महिलाओं की तकदीर को भी बदलने का काम किया।

PM मोदी ने लॉन्च किए 100 किसान ड्रोन: बुआई से लेकर टिड्डियों के सफाए तक करेगा काम, कृषि क्षेत्र में खुला नया चैप्टर

किसान ड्रोन का इस्तेमाल खेतों में कीटनाशक और खाद के छिड़काव और फसलों की बुआई के लिए किया जाएगा। इससे किसान का समय और मेहनत दोनों बचेगी।

1.63 करोड़ किसानों से MSP पर खरीद, पैसे सीधे खाते में; केन-बेतवा से 9 लाख हेक्टेयर में सिंचाई: जानिए किसानों के लिए बजट 2022...

केन-बेतवा परियोजना से 62 लाख लोगों को पेयजल की आपूर्ति, 103 मेगावाट हाइड्रो और 27 मेगावाट सौर ऊर्जा का उत्पादन प्राप्त होगा। कृषि बजट में और क्या-क्या?

कभी ज़िंदा जलाया, कभी काट कर टाँगा: ₹60000 करोड़ का नुकसान, हत्या-बलात्कार और हिंसा – ये सब देश को देकर जाएँगे ‘किसान’

'किसान आंदोलन' के कारण देश को 60,000 करोड़ रुपए का घाटा सहना पड़ा। हत्या और बलात्कार की घटनाएँ हुईं। आम लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी।

किसानों के लिए ₹1 लाख करोड़, हेल्थ सेक्टर को ₹23,000 करोड़: PM मोदी की नई कैबिनेट की पहली बैठक, ये रहे बड़े फैसले

कैबिनेट के फैसले के तहत सरकार मंडी माध्यम से किसानों तक एक लाख करोड़ रुपया पहुँचाएगी। इसके अलावा, सरकार ने 23,000 करोड़ के आपातकालीन स्वास्थ्य पैकेज का भी ऐलान किया है।

गाँधी जब उठाए थे लाठी: PETA ने उनकी बकरी और दूध पर कर दी थी हिंसक बात

ऐसे भारतवासियों से आज PETA कह रहा है कि वेगन मिल्क पीयो। बता रहा है कि गाय और भैंस का दूध पीना पाप है। दूध निकालना गायों और भैंसों के साथ क्रूरता है, निष्ठुरता है, निर्दयता है।

वामपंथियों ने लाल बहादुर शास्त्री को बताया था ‘अमेरिकी एजेंट’: PM मोदी ने कृषि कानून के विरोध को ‘हरित क्रांति’ से जोड़ा

पीएम मोदी ने बताया कि कैसे कृषि सुधारों में सख्त फैसले लेने के लिए शास्त्री कैबिनेट में कोई कृषि मंत्रालय लेना ही नहीं चाहता था। उन दिनों कॉन्ग्रेस नेताओं में चुनौती लेने की हिम्मत नहीं थी।

कृषि कानूनों में ‘काला’ क्या है? ‘खून से खेती’ सिर्फ कॉन्ग्रेस ही कर सकती है, BJP नहीं: राज्यसभा में जमकर बरसे कृषि मंत्री

"दुनिया जानती है कि पानी से खेती होती है। खून से खेती सिर्फ कॉन्ग्रेस ही कर सकती है, भारतीय जनता पार्टी खून से खेती नहीं कर सकती।"

6 फरवरी को ‘शांतिपूर्ण’ चक्का जाम का राकेश टिकैत का ऐलान, 26 जनवरी की हिंसा देख दिल्ली पुलिस मुस्तैद

दिल्ली पुलिस के कई अधिकारियों की किसानों के चक्का जाम को लेकर दिल्ली पुलिस कमिश्नर के साथ बैठक जारी है। पुलिस अपनी तरफ से हर आपात स्थिति से निपटने की तैयारी कर रही है।

मिया खलीफा, ग्रेटा, रिहाना से टिकैत को दिक्कत नहीं लेकिन इनके बारे में पूछे जाने पर कहा- वैसे ये हैं कौन?

मिया खलीफा सहित जब इन अंतरराष्ट्रीय चेहरों का समर्थन मिलने पर राकेश टिकैत से सवाल पूछा गया तो उनका जवाब था कि इसमें परेशानी ही क्या है? लेकिन जब उनसे इन हस्तियों के बारे में पूछा गया तो...

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