Friday, November 15, 2024

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दिल्ली हिन्दू-विरोधी दंगे

विकिपीडिया का एडिटर जो मुस्लिम दंगाइयों को बचाने में लगा है: दिल्ली दंगे से लेकर ‘चौकीदार चोर है’ तक

वो आइआइटी कानपुर से पढ़ा हुआ है और फ़िलहाल इंटेल की बेंगलुरु ऑफिस में कार्यरत है। उसने दीनदयाल उपाध्याय के नाम से 'पंडित' हटा दिया। उसने दिल्ली दंगों में ताहिर हुसैन का नाम हटा दिया। वो लगातार ऐसी एडिटिंग कर के हिन्दू-घृणा से ग्रसित लेख बना रहा है।

‘मारो सालों को’: मेरी आँखों के सामने मेरे दोस्त की गर्दन में गोली मार दी, दुकान लूट कर फूँक डाला

"दंगाइयों ने फिर से दुकान पर धावा बोल दिया। पहले तो दुकान में जमकर लूटपाट की ओर फिर देखते ही देखते उसे आग के हवाले कर दिया। इसी बीच पता चला कि गोदाम में रहने वाले हमारे कर्मचारी दिलबर नेगी के हाथ पैर काट कर उसे मार दिया गया।"

‘बता…तुझ पर पेट्रोल डालें या गाड़ियों पर’ जब दंगाइयों ने रखी हिन्दू दुकानदार की जान बख्शने की शर्त: ग्राउंड रिपोर्ट

दंगाइयों ने उनसे पूछा, बता...ये पेट्रोल तुझपर छिड़कें या फिर गाड़ियों पर। दंगाइयों की बात सुनकर वर्कशॉप के मालिक ने उनके आगे बड़ी मिन्नतें की और अपनी जान को किसी तरह उनसे छुड़वाया। मगर, अपनी दुकान और वहाँ रखे सामान को वह उनसे न बचा सके। उनके सामने उपद्रवियों ने सर्विसिंग के लिए आई 15 गाड़ियो पर पेट्रोल डाला और सबको आग के हवाले कर दिया।

ताहिर हुसैन के गुंडे आए, लूटी अमन ई-रिक्शा वर्कशॉप, कर दिया पूरी दुकान खाक, 30 लाख का नुकसान: ग्राउंड रिपोर्ट

चाँद बाग़ में फूँक दी गई अमन ई-रिक्शा कम्पनी, आम आदमी पार्टी के पार्षद ताहिर हुसैन की बिल्डिंग के ठीक 3-4 मकान बाद मौजूद थी। हिन्दुओं की इस दुकान, अमन रिक्शा कम्पनी को पहले ताहिर हुसैन के लोगों ने लूटा और फिर उसमें आग लगा दी।

DU में क्लास करने वाले छात्रों को बनाया जा रहा निशाना, विरोध करने पर दी जा रही धमकी और प्रताड़ना

“यहाँ का नैरेटिव है कि वामपंथी जिस विचारधारा को मानते हैं, उसी के बारे में बात किया जाएगा और यदि कोई छात्र इस विचारधारा से इतर अपनी राय के साथ खड़े होने का साहस करता है, यदि आप सच बोलने का साहस करते हैं तो आपको टारगेट किया जाएगा। आपको सार्वजनिक रूप से अपमानित किया जाएगा। वे आपके ऊपर कई तरह के आरोप लगाएँगे और आपको डराने के लिए झूठ को बढ़ा-चढ़ाकर बताने लगेंगे।"

खुद के शोरूम से हटा ली सभी बाइक… फिर लगाई अपनी ही दुकान में आग: दंगों से पहले Vs बाद की ग्राउंड रिपोर्ट

"इन सबको पता था कि आगे क्या होने वाले वाला है। हमारे बराबर में एक मात्र मुस्लिम व्यक्ति का बाइक का शोरूम है। इलाके में हिंसा फैलने से पहले ही 26 फरवरी को सुबह 5 बजे ही उसने सभी बाइकों को शोरूम से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचा दिया। फिर खुद को पीड़ित दिखाने के लिए पहले तो शोरूम में तोड़फोड़ की और फिर...

अंकित शर्मा के परिवार को 1 करोड़, सरकारी नौकरी: CM केजरीवाल ने ताहिर हुसैन पर साधी चुप्पी

केजरीवाल ने अंकित शर्मा के परिवार के लिए मुआवजे की घोषणा की। कहा कि साथ ही पीड़ित परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। हालाँकि, अपनी पार्टी के नेता और निगम पार्षद ताहिर हुसैन पर केजरीवाल ने पूरी तरह चुप्पी साधे रखी और कुछ नहीं कहा।

बच्चों के लिए दूध लेने निकले थे प्रेम सिंह: दंगाइयों ने मार डाला, 3 बेटियों के सिर से उठ गया पिता का साया

प्रेम सिंह की तीन बेटियाँ हैं। बेटियों के सिर से पिता का साया उठ गया है। बच्चों के लिए दूध लाने के लिए निकले प्रेम दंगाइयों का शिकार हो गए और उनकी पत्नी इंतजार करती रह गई। पत्नी के आँसू नहीं रुक रहे। उनकी समझ में नहीं आ रहा कि वो तीनों बेटियों की परवरिश कैसे करेगी।

ट्रम्प का ध्यान खींचने के लिए रची गई थी दिल्ली दंगों की साज़िश: उमर खालिद के इस भाषण से हुआ खुलासा

"हम वादा करते हैं। 24 फरवरी को जब डोनाल्ड ट्रम्प भारत आएँगे तो हम उनको बताएँगे कि हिंदुस्तान के प्रधानमंत्री और यहाँ की सरकार देश को बाँटने का काम कर रही है । हम उन्हें बताएँगे कि हिंदुस्तान की जनता यहाँ की सरकार के ख़िलाफ़ लड़ रही है।"

दिल्ली के जमनापार में थी बड़े कत्लेआम की तैयारी, क्या कपिल मिश्रा ने राजधानी को बड़ी हिंसा से बचा लिया?

हौजरानी में इस्लामिक जुलूस, जाफराबाद, चाँद बाग, खुरेजी, इंद्रलोक, निज़ामुद्दीन, शाहीन बाग में सड़के बंद। तीस हजारी, फिल्मिस्तान के आसपास लगभग 50,000 मुस्लिम घूम रहे थे। भीड़ थी, हथियार थे और घेराव था। सब तैयार था लेकिन एक गड़बड़ हो गई। एक दिन पहले कपिल मिश्रा ने मौजपुर आने की घोषणा कर दी। इसके बाद...

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