कहीं विरोध प्रदर्शन किए जा रहे थे कर्मचारियों द्वारा तो कहीं कई लोग अनिश्चितकाल के लिए अनशन पर थे, लेकिन विजय माल्या पार्टियों में मशगूल थे। कर्मचारियों से PF और टैक्स के पैसे भी लिए, लेकिन सरकार को नहीं दिए।
2014 से 2023 के बीच, बैंकों ने खराब ऋणों से 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक की वसूली की। ED ने 1105 बैंक धोखाधड़ी मामलों की जाँच की है, जिसके परिणामस्वरूप ₹64,920 करोड़ की अपराध आय को जब्त किया गया है।
इसकी सबसे बड़ी खासियत जीरो बैलेंस पर बगैर किसी चार्ज के खाते खोलने की सुविधा है। इसके जरिए सरकारी योजनाओं का फायदा सीधे गाँव और सुदूर इलाकों के लोगों तक पहुँच पाया।