Saturday, May 18, 2024

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अशोक गहलोत

कॉन्ग्रेसी खजाने को बचाने के लिए CM गहलोत ने राजस्थानी लोगों का पैसा लगाया: श्रमिक ट्रेन किराए पर राजनीति

श्रमिक ट्रेन किराए को लेकर जो राजनीति कॉन्ग्रेस कर रही है, उसमें वो फँसती जा रही। सोनिया गाँधी के कहने के बावजूद खजाने को बचाने के लिए...

शराब से गले का कोरोना साफ होगा, खोल दें दुकानें: राजस्थान के कॉन्ग्रेस MLA ने CM गहलोत को लिखी चिट्ठी

राजस्थान के कॉन्ग्रेस MLA भरत सिंह का कहना है जब शराब से हाथ धोने पर कोरोना वायरस नष्ट किया जा सकता है तो गले का वायरस भी साफ किया जा सकता है।

राजस्थान LDC भर्ती परीक्षा 2018 में आरक्षण घोटाला: OBC और जेनरल की 587 सीटें ‘गायब’

''LDC 2018 भर्ती में OBC के 227 और General के 360 पदों को मिलाकर 587 पदों की कटौती की है।" राजस्थान में आरक्षण घोटाला करके...

अर्नब को ‘रिपब्लिक टीवी’ से Arnab ही हटा सकते हैं: जानकारी के अभाव में गहलोत ने BJP सांसद से लगाई गुहार

अशोक गहलोत शायद ये भूल गए कि केवल अर्नब गोस्वामी ही हैं, जो अर्नब गोस्वामी को 'रिपब्लिक टीवी' से बर्खास्त कर सकते हैं।

राजस्थान को लेकर यूँ ही नहीं लग रहे कयास: जानिए, गहलोत सरकार के विज्ञापनों से कैसे गायब हुए पायलट

ऐसा नहीं है कि गहलोत और पायलट में अचानक से दूरियॉं बढ़ी है। सरकार गठन के बाद से ही पायलट की उपेक्षा की जा रही है। आरटीआई से सामने आई एक जानकारी से भी इसकी पुष्टि होती है। इसके मुताबिक 25 करोड़ के 62 विज्ञापन दिए गए। इसमें सिर्फ और सिर्फ गहलोत ही नजर आए।

’20 सीटों पर बढ़त के बाद BJP नेता कहने लगे – ऐसा कैसे हो गया? वो चाहते थे कि पार्टी दिल्ली चुनाव हारे’

भाजपा के नेता ही दिल्ली के चुनाव में पार्टी की दुर्गति चाहते थे। उन्हीं के नेता चाहते थे कि भाजपा को अच्छे नतीजे न मिलें। मुख्यमंत्री गहलोत के मुताबिक भाजपा के नेता मन ही मन कह रहे थे कि इन्हें कोई सबक मिलना चाहिए।

राजस्थान को CAA लागू करना ही पड़ेगा: अपने ही विधानसभा अध्यक्ष ने CM गहलोत को दिया तगड़ा झटका

गहलोत को अपने ही राज्य के विधानसभा अध्यक्ष से तगड़ा झटका मिला है। स्पीकर सीपी जोशी ने कहा है कि राजस्थान को सीएए लागू करना ही पड़ेगा।

CAA के ख़िलाफ राजस्थान विधानसभा में प्रस्ताव पारित: केरल, पंजाब के बाद ऐसा करने वाला तीसरा राज्य

"राज्य विधानसभा ने सीएए के खिलाफ संकल्प प्रस्ताव आज पारित किया। हम केंद्र सरकार से आग्रह करते हैं कि वह इस कानून को निरस्त करे, क्योंकि यह धार्मिक आधार पर लोगों से भेदभाव करता है जो हमारे संविधान के प्रावधानों का उल्लंघन है।"

पायलट के माँझे में उलझी गहलोत की परंपरा, कहा- आँसू पोंछने के लिए तेरहवीं का इंतजार क्यों?

गहलोत ने कहा था कि राजस्थान में किसी बच्चे की मौत पर उसके घर जाकर पीड़ित परिजनों से मिलने की परंपरा नहीं रही है। इसका जवाब देते हुए पायलट ने कहा है कि अगर ऐसी परंपरा नहीं रही है, तो ये परंपरा डालनी चाहिए।

बीकानेर और जोधपुर में 2433 बच्चों की मौत, गहलोत सरकार की नाकामी पर मीडिया मौन

बीकानेर में दिसंबर में 261 जबकि जोधपुर में 146 बच्चों की मौत। पूरे साल का आँकड़ा और भी भयानक - दोनों जिलों में 2433 बच्चों की मौत। राज्य के सरकारी तंत्र ने वजह बताई - कई बच्चों को देरी से अस्पताल लाया गया, कई नवजात कम वजन वाले थे। लेकिन सरकारी बयान के उलट की सच्चाई - एक बेड पर तीन-तीन बच्चों का इलाज, 40 में से 10 वेंटिलेटर ख़राब।

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