Thursday, November 28, 2024

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इस्लामी कट्टरपंथ

राणा अयूब जैसों को चाहिए प्रोपगेंडा चलाने के लिए माल पानी, वरना जो मोदी सरकार कहेगी वो उसके उलट मायने खुद गढ़ लेंगी

देश के खिलाफ़ राणा अयूब की नफरत का स्तर इतना बढ़ चुका है कि वे देश के पीएम को इस्लामिक देशों के दबाव में देखना चाहती हैं।

केजरीवाल पर हमलावर हुए कट्टरपंथी, दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों के लिए ठहराया था तबलीगी जमात को जिम्मेदार

केजरीवाल ने तबलीगी जमात को कोरोना मामलों के बढ़ते केस के लिए जिम्मेदार ठहराया। उनके बयान के तुरंत बाद इस्लामी कट्टरपंथियों ने...

PM मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर आपत्तिजनक पोस्ट: PFI का इलियास और बशीर गिरफ्तार

“भारत के प्रधान मंत्री और गृह मंत्री सहित भारत सरकार की सर्वोच्च आनुषंगिक संस्थाओं के खिलाफ भड़काऊ संदेश फैलाने वाले दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके नाम- मोहम्मद इलियास और अब्दुल बशीर हैं। दोनों मिकाल्टो बिसाया फेसबुक पेज से जुड़े हुए थे।”

खाड़ी देशों में हिंदुओं को फँसाने का खेल: संघी और इस्लामोफोबिक बताओ, जेल भिजवाओ

मध्य-पूर्व के अलावा भारत में भी हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है। जो भी हिंदू कोरोना वायरस के अत्यधिक तेजी से फैलने में तबलीगी जमात की भूमिका की ओर इशारा करता है, उसे निशाना बनाया जाता है।

कट्टरपंथियों का भ्रम दूर करने चले थे राकेश: दुबई में नौकरी गई, इस्लाम के अपमान में सजा भी संभव

कोरोना वायरस को हराने के लिए पॉंच टाइम नमाज पढ़ना काफी है। कुछ टिक टॉक यूजर्स के इसी पोस्ट पर राकेश ने कमेंट किया। बरगलाने पर आपत्ति जताई। कट्टरपंथियों को यह रास न आया और परदेस में उन पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा।

सुबराती Vs जमाती: विघटनकारी दीन की PhD वालों से बेहतर है गाँव का वो अनपढ़-बेरोजगार

एक ओर विधिपूर्वक किए गए सभी धार्मिक अनुष्ठान यानी मजहबी इमाल और दूसरी तरफ रोग पीड़ित प्राणियों के प्राणों की रक्षा का कार्य, ये दोनों कर्म समान रूप से पुण्य देने वाले हैं। यानी इस समय डॉक्टर, सुरक्षाकर्मी, सफाईकर्मी जो कार्य कर रहे हैं वो किसी धार्मिक अनुष्ठान से कम नहीं है। इसलिए धर्म के नाम पर धर्म के कार्य में बाधा डालने का अधार्मिक काम करना बंद करें।

213 देश, 15 करोड़ सदस्य: अल्लाह का संदेश पहुँचाने के नाम पर तबलीगी जमात का आतंकी कनेक्शन

6 प्रमुख उद्देश्यों के साथ तबलीगी जमात की एक सबसे बड़ी शर्त और विशेषता इसकी गोपनीयता है। इसी गोपनीयता ने इसकी हरकतों पर हमेशा आवरण का काम किया है। तबलीगी समय के साथ कट्टर जिहादी समूहों में बढ़ते गए और यह विश्वास करने लगे कि 'अच्छे मुस्लिमों' को इसी जीवन में यातनाएँ भोगनी चाहिए।

पिछले 2 हफ्तों में 15 ऐसे मामले जब तबलीगी जमातियों, मुस्लिमों ने स्वास्थ्यकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों की नाक में किया दम

ये मुस्लिम भीड़ कभी स्वास्थ्यकर्मियों पर थूककर तो कभी उनके साथ मारपीट करके अपने जाहिलपने का लगातार उदहारण पेश कर रही हैं। हालत ये हो गई है कि ये लोग जिन्हें प्रशासन स्वास्थ्य सुविधा मुहैया करवाने की कोशिशों में जुटा है, वे लोग उनके लिए सिरदर्दी का सबब बन गए हैं। इनके बेहूदे रवैये से इस समय न केवल अस्पताल प्रशासन बल्कि पुलिस प्रशासन भी त्रस्त है।

9 मिनट नमाज और कुरान पढ़ते, अल्लाह से दुआ माँगते… कोरोना तभी हारेगा: मोमबत्ती जलाने पर मो. कैफ को पड़ी गाली

कैफ ने अपनी पत्नी के साथ 9 मिनट के लिए मोमबत्ती जलाते हुए साफ किया कि वे ये सब उन योद्धाओं के लिए कर रहे हैं, जो हमारी जान बचाने के लिए अपनी जान को खतरे में डाले हुए हैं। मगर, इस्लामी कट्टरपंथियों को इससे क्या? वे तो यहाँ भी कैफ को मजहब का पाठ पढ़ाने लगे, अपशब्द बोलने लगे।

भीड़ में छींक कर कोरोना फैलाने के लिए उकसाने वाला मुजीब मोहम्मद निकला कट्टरपंथी इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक का फैन

पुलिस अधिकारी ने बताया कि मुदीब मोहम्मद ने सोशल मीडिया पर कट्टरपंथी इस्लामी उपदेशक जाकिर नाइक को फॉलो कर रखा है, वो उसके भाषण को देखता और उसे लाइक और शेयर भी करता है। पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि ऐसे पोस्ट करना उसकी आदतों में शुमार है, जो अन्य समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करती है।

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