दिल्ली के सीमावर्ती कैंप पर कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने आंदोलन को लंबा खिंचता देख कर ईंंट-गारे से ‘पक्के’ ठिकाने बनाने शुरू कर दिए। टीकरी बॉर्डर पर कुछ किसान ईंट, बालू और सिमेंट लेकर पहुँचे।
सुरेश चव्हाणके ने वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, "दिल्ली मेवात के रिकॉर्ड तोड़ रही है। शास्त्री पार्क क्षेत्र में गाय को बीच सड़क से उठा कर जबरन कार में डाला जा रहा है।"
दोपहर करीब 2 बजे हिंदू संगठनों की महिला कार्यकर्ताओं ने तोड़े गए मंदिर स्थल पर हनुमान चालीसा का पाठ भी किया। लेकिन दिल्ली पुलिस ने कानून-व्यवस्था बिगड़ते देख उन्हें वहाँ से दूर कर दिया।
दिल्ली के चाँदनी चौक स्थित हनुमान मंदिर को तोड़ने को लेकर काफी विवाद पैदा हो गया है। विहिप ने मंदिर का पुनर्निर्माण नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
पीड़िता ने महिला आयोग में शिकायत कर अपने पिता, जो कि कॉन्ग्रेस शासन के दौरान दिल्ली सरकार में मंत्री भी थे और भाई पर बंधक बनाकर मारपीट करने का आरोप लगाया है।