पंजाब में गहराए राजनीतिक संकट के बीच मीडिया गिरोह राहुल गाँधी की छवि बचाने के लिए सीमावर्ती राज्य को लेकर व्यक्त की जा रही हर चिंता को सिरे से नकार रहा है।
सिद्धू ने अपना इस्तीफा देने के बाद पहला वीडियो संदेश जारी किया। सिद्धू ने कहा, वह अपने मुद्दों से समझौता नहीं कर सकते हैं, हक और सच की लड़ाई को वह लड़ते रहेंगे।
सुल्ताना ने कहा, ''सिद्धू साहब सिद्धांतों के आदमी हैं। वह पंजाब और पंजाबियत के लिए लड़ रहे हैं। नवजोत सिंह सिद्धू के साथ एकजुटता दिखाते हुए’ इस्तीफा दे रही हूँ।"
"जिस दिन वोट डालने को कहा था, मैंने कहा था कि मेरा वोट सोनिया गाँधी को जाएगा। मैं सोनिया गाँधी का सिपाही हूँ, मुझे बस पार्टी हाईकमान जवाब दे कि मुझे बाहर क्यों किया गया।"
माना जा रहा है कि अमरिंदर सिंह को हटाना राहुल गाँधी का फैसला था। ऐसे में चन्नी का सीएम बनना कॉन्ग्रेस की मुश्किलों का निपटारा नहीं, पंजाब में राहुल के नेतृत्व की परीक्षा है।