ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने ट्विटर बॉयो से कभी BJP लिखा ही नहीं। लेकिन, मेनस्ट्रीम मीडिया ने झूठी खबर के बहाने बीजेपी से मनमुटाव का प्रोपेगेंडा रच दिया।
जब भाजपा की राष्ट्रपति शासन के माँग के पक्ष में अधिकतर वोट दिया गया तो तुरंत ही लोकसत्ता ने ट्वीट को डिलीट कर दिया। 24 घंटे तक चलने वाला पोल महज 5 घंटों में ही डिलीट कर दिया गया।