हाल ही में मणिपुर में सुरक्षा एजेंसियों ने एक उग्रवादी को गिरफ्तार किया था। उसके पास से हथियारों के साथ ही एक स्टारलिंक भी मिला था। ऐसे में इससे सुरक्षा चिंताएँ भी जुड़ी हुई हैं।
जेलेंस्की के रुख में यह बड़ा बदलाव अमेरिका के सैन्य मदद रोकने के फैसले के बाद आया है। अमेरिका ने यूक्रेन को भेजे जाने वाले मिसाइल, ड्रोन, टैंक समेत बाकी हथियारों की डिलीवरी रोक दी थी।
भारत के नजरिए से देखें तो ये खबर थोड़ी निराश करने वाली है। EB-5 में कम पैसा लगाकर भी ग्रीन कार्ड मिल जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। जिन भारतीयों ने EB-5 के लिए पैसे जोड़े थे, उनके सपने टूट सकते हैं।
इससे पहले भाजपा ने बायडेन प्रशासन के दौरान कहा था कि अमेरिकी विदेश विभाग और डीप स्टेट प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ एजेंडा चलाने में जुटे हैं और उनकी छवि धूमिल करना चाहते हैं।