मीडिया समूह की तलाशी में छह वर्षों में ₹700 करोड़ की आय पर अवैतनिक कर, शेयर बाजार के नियमों का उल्लंघन और लिस्टेड कंपनियों से लाभ की हेराफेरी के आयकर विभाग को सबूत मिले हैं।
टैक्स चोरी के आरोपों में कार्रवाई का सामना कर रहा दैनिक भास्कर इस तरह का माहौल बनाने की कोशिश कर रहा जैसे उसे कथित निर्भीक पत्रकारिता का 'दंड' दिया जा रहा है।