नेपाल की केपी ओली सरकार ने देश के विवादित नक्शे वाली किताब के वितरण पर रोक लगा दिया है। नेपाल के विदेश मंत्रालय और भू प्रबंधन मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय की ओर से जारी इस किताब के विषयवस्तु पर गंभीर आपत्ति जताई थी।
"चीनी उत्पाद आसानी से उपलब्ध थे और हमें उसमें लगभग 70-80 प्रतिशत मार्जिन मिलता हैं। जब हम भारतीय उत्पाद बेचते हैं तो हमारा लाभ 10-15 प्रतिशत होता है। लेकिन हमें भारतीय उत्पादों को ही बेचने का फैसला करना होगा।"
नेपाली वामपंथियों के समूह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बकायदा 'ग्रेटर नेपाल' नाम से एक फेसबुक पेज भी बनाया है, जो भारतीय क्षेत्रों को नेपाल में विलय की माँग करता है।
इस अभियान का नाम 'रेफरेंडम 2020' रखा है। वहीं इस घोषणा के बाद भारतीय आतंकवाद विरोधी एजेंसियों ने राज्यों में कानून-प्रवर्तन एजेंसियों को अलर्ट कर दिया है।
इस दौरान गांगुली ने एक तस्वीर भी ली और उसे अपने इन्स्टाग्राम पर साझा भी किया। तस्वीर के साथ लिखा, "मशहूर शारजाह स्टेडियम आईपीएल 2020 के आयोजन के लिए पूरी तरह तैयार है।"
रूस की मेजबानी में हुई इस बैठक में पाकिस्तान ने गलत नक्शा पेश किया था। इसके बाद भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने बैठक से वॉक आउट कर दिया।
भारत के पहले फुटबॉल कप्तान टीएओ की शख्सियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि नगालैंड राज्य बनने के बाद पहली कैबिनेट मीटिंग में उन पर ही चर्चा हुई।