सत्ता में बने रहने के लिए ममता बनर्जी राहुल या अन्य विपक्षी पार्टियों का साथ चाह रही हैं जबकि वे सत्ता में आने के लिए। ऐसे में चुनाव बाद समीकरण किसके पक्ष में होगा, कौन किसको आँखें दिखाएगा - कहना मुश्किल है।
जिस तरह से डिप्टी पुलिस कमिश्नर मिराज ख़ालिद के नेतृत्व में पुलिस ने CBI अधिकारियों को पकड़ कर गाड़ी के अंदर डाला और उन्हें थाने तक ले गई, उसे देख कर तानाशाही भी शरमा जाए।
इस रिपोर्ट में उभर कर सामने आने वाली सबसे बड़ी बात यह है कि पश्चिम बंगाल में रहने वाले 46% लोगों ने बीजेपी की रथ यात्रा पर रोक के फ़ैसले को गलत माना है।
CBI ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार शत्रुतापूर्ण व्यवहार कर रही है और शारदा घोटाले मामले में, राज्य स्तर के सरकारी तंत्र ने सभी सबूतों को नुक़सान पहुँचाया है।
CBI जब ममता के क़रीबी मोहता को गिरफ़्तार करने गई तब उसके निजी सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ पश्चिम बंगाल पुलिस ने भी जाँच एजेंसी की कार्यवाही में बाधा पहुँचाई।
शत्रुघ्न के इस रवैये की वज़ह से उनके खिलाफ पार्टी द्वारा कार्रवाई भी की जा सकती है। इस पर उनका कहना है कि जिस दिन भी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व उनसे पार्टी छोड़ने को कहेंगे, वो उसी दिन पार्टी छोड़ देंगे।