कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार के बीच एडिटर गिल्ड का ये बयान मीडिया के रवैये से थोड़ा विरोधाभासी है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस महामारी में कई पत्रकार अपनी मर्जी से जनता तक जानकारियाँ पहुँचाने के काम में लगे रहे।
भारत में तेज गति से बढ़ रहे संक्रमण के बीच मीडिया समूहों द्वारा की जा रही ‘गिद्ध रिपोर्टिंग’ पर संज्ञान लेते हुए मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित चिकित्सकों के एक समूह ने न्यूज मीडिया आउटलेट्स को ओपन लेटर लिखा है।
स्मृति ईरानी ने बताया कि उन्होंने शशांक को तीन बार कॉल की, लेकिन एक भी बार कोई रिस्पांस नहीं आया। इतना ही नहीं, उन्होंने अमेठी पुलिस और अमेठी के जिलाधिकारी को भी शशांक की मदद के लिए फौरन निर्देश दे दिए। लेकिन...
न्यूज 18 उत्तर प्रदेश ने कल सीएम योगी आदित्यनाथ के बयान को गलत ग्राफिक्स के साथ दिखाने के लिए माफी माँगी है। चैनल ने अपनी गलती के लिए ट्वीट करके माफी माँगी है।
हिन्दू लाशों के जलने की तस्वीरें शेयर कर के दानिश सिद्दीकी ने पूरी दुनिया में भारत की ऐसी छवि बनाने का प्रयास किया है, जैसे कोरोना वायरस संक्रमण के लिए हिन्दू ही जिम्मेदार हों और वही मर रहे हों।
तबीयत बिगड़ने के बाद अली हसन को अस्पताल लाया गया, वहाँ 14 लीटकर ऑक्सीजन दी गई। लेकिन हालत में कोई सुधार नहीं हुआ। 23 अप्रैल को उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
चलते-चलते कोरोना तक पहुँचे हैं। एक वर्ष पहले से किसी आशा में बैठे थे। विशेषज्ञ को लाकर चैनल पर बैठाया। वो बोला; इतने बिलियन संक्रमित होंगे। इतने मिलियन मर जाएँगे।