Sunday, December 22, 2024

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Sadhvi Pragya

साध्वी प्रज्ञा को धमकी देने वाले अब्दुल रहमान ने अफसरों से कहा था- आतंकियों के संपर्क में हैं माँ और भाई

"खान तीन माह से पुलिस के रडार पर था। उसने पहले भी कुछ अधिकारियों को पत्र लिखे थे। इसमें दावा किया था कि उसकी मॉं और भाई के आतंकवादियों से संपर्क हैं और उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए।"

ज़िंदा जलाने की धमकी देने वाले कॉन्ग्रेस MLA के ख़िलाफ़ ‘सत्याग्रह’ पर बैठीं साध्वी प्रज्ञा, मंत्री ने बताया नौटंकी

कमलनाथ के मंत्री पीसी शर्मा ने साध्वी प्रज्ञा के धरने की तुलना 'एक तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी' वाले कहावत से की है। उन्होंने आरोप लगाया कि गोडसे को महिमामंडित करने के कारण ही साध्वी प्रज्ञा को रक्षा सम्बन्धी संसदीय समिति में शामिल किया गया था।

कॉन्ग्रेसियों को जिंदा जलाने का पुराना अनुभव… मैं आ रही हूॅं: साध्वी की चुनौती से बदले कॉन्ग्रेस MLA के सुर

दांगी ने कहा था कि यदि प्रज्ञा ठाकुर कभी मध्य प्रदेश आई तो उसका पुतला नहीं, बल्कि उसे पूरा का पूरा जिंदा जला देंगे। साध्वी ने उनके घर पहुॅंचने का ऐलान कर दिया है।

साध्वी प्रज्ञा ने माँगी माफ़ी, लेकिन बोला- जिसने मुझे कहा आतंकवादी, वो कब माँगेंगे माफ़ी

"सदन में मेरे द्वारा की गई किसी भी टिप्पणी से यदि किसी भी प्रकार से किसी को कोई ठेस पहुँची हो तो उसके लिए मैं ख़ेद प्रकट कर क्षमा चाहती हूँ। परंतु मैं यह भी कहना चाहती हूँ कि संसद में मेरे बयानों को तोड़मरोड़ कर ग़लत ढंग से पेश किया गया है, मेरे बयान का सन्दर्भ कुछ और था।"

‘प्रज्ञा ठाकुर कभी MP आई तो उसका पुतला नहीं बल्कि उसे पूरा का पूरा जिंदा जला देंगे’

कॉन्ग्रेसी विधायक गोवर्धन दांगी ने अपनी मर्दवादी सोच के तहत एक महिला सांसद को धमकी दे डाली - "प्रज्ञा ठाकुर कभी आई तो उसका पुतला नहीं बल्कि उसे पूरा का पूरा जिंदा जला भी देंगे।"

तो कॉन्ग्रेस ने ‘आतंकी’ के हिमायतियों से ही गठबंधन कर लिया… क्यों?

शिवसेना के मुखपत्र में कई बार गोडसे की तारीफ की गई है, कॉन्ग्रेस को अगर इस बात से फर्क पड़ता आम जनता क्या सोचती है तो वह शिवसेना संग गठबंधन ही न करती।

गाँधी को गोली मारने से गोडसे की देशभक्ति गायब हो जाती है? समय है इस पर खुली चर्चा का

देश के राइट विंग की यही समस्या है कि उसे दीर्घकालिक युद्ध भी लड़ना है, लेफ्ट विंग की स्वीकार्यता भी चाहिए और अपनी नैतिकता भी बचानी है। तुमने न तो संदर्भ देखा, न सुनवाई की, बस विरोधियों के जाल में उलझ कर तुमने साध्वी प्रज्ञा को एक लाइन में नकार दिया। यही सब करना था तो उसे चुनाव क्यों लड़वाया?

साध्वी प्रज्ञा को निशाना बनाने के लिए उनके बयान को किया गया ट्वीस्ट, वास्तविकता कुछ और…

सोचने वाली बात ये है कि आखिर साध्वी ने अपने बयान में गलत क्या कहा? उनकी बात किसी भी रूप में विवादित नहीं थी। क्योंकि जो उन्होंने बोला वो सांसद पद के संदर्भ में बोला। और ये बिलकुल सच है कि एक सांसद का कार्य कचड़ा या फिर शौचालय साफ़ करने का नहीं होता।

मिर्ची बाबा चले थे जल समाधि लेने, पुलिस ने होटल से ही नहीं निकलने दिया

इससे पहले उन्होंने 14 जून को ज़िला कलेक्टर तरुण कुमार पिथोड़े को पत्र लिखकर रविवार (16 जून) को दोपहर में 2.11 मिनट पर जल समाधि की अनुमति माँगी थी। इसकी अनुमति न देते हुए भोपाल कलेक्टर ने उनकी सुरक्षा करने को कहा, जिससे बाबा की जानमाल को कोई हानि न पहुँच सके।

साध्वी प्रज्ञा: जिसने टूटी रीढ़ के साथ हिन्दू टेरर के नैरेटिव को छिन्न-भिन्न कर दिया

"साध्वी प्रज्ञा की भाजपा से उम्मीदवारी ‘भगवा या हिन्दू आतंकवाद की अवधारणा' के खिलाफ भाजपा का सत्याग्रह है।" लोकसभा उम्मीदवार घोषित होने के पहले साध्वी प्रज्ञा ने भी एक सवाल के जवाब में कहा था, ‘‘मैं धर्मयुद्ध के लिए तैयार हूँ।''

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