Saturday, April 27, 2024

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Shashi Tharoor

गर्व का रंग है भगवा: कॉन्ग्रेस सांसद ने अपनी ही पार्टी को दिखाया आइना

आईसीसी ने यह नियम बनाया है कि जब मैदान पर भिड़ रहीं दो टीमों की जर्सी का रंग समान हो तो मेहमान टीम को अपनी जर्सी में बदलाव करना होगा।

‘8000 से अधिक हिंदू मंदिरों को तबाह करने वाला टीपू सुल्तान’ इमरान खान और थरूर के लिए ‘हीरो’

सोशल मीडिया पर यूजर्स थरूर की इस बात से नाराज़ दिखाई दिए कि शशि थरूर ने टीपू सुल्तान के लिए ‘हीरो’ शब्द का प्रयोग किया।

क्या इस बार ‘शशि’ थरूर को लगेगा ग्रहण?

थरूर की जीत का गणित तीसरे प्रतिद्वंद्वी, एलडीएफ के सी दिवाकरण, के खराब प्रदर्शन पर टिका है। यदि गैर-हिन्दू वोट बँटते हैं, तो राजशेखरन फायदे में रहेंगे।

निर्मला सीतारमण ने जो किया, वो आजम खान जैसों के मुँह पर ‘तमाचा’ है – शशि थरूर ने भी किया सैल्यूट!

दोनों नेताओं की पार्टी के मध्य अनेकों मतभेदों के बाद भी निर्मला सीतारमण का थरूर से मिलना उन्हें भावुक कर गया। उन्होंने ट्विटर पर अपनी तस्वीर को साझा करने के साथ कहा कि राजनीति में शिष्टाचार एक दुर्लभ गुण है।

मंदिर में पूजा के दौरान शशि थरूर को लगी गहरी चोट, माथे पर आए 6 टाँके

साल 2009 में केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद चुने जाने वाले शशि थरूर एक बार फिर यहाँ से अपनी किस्मत आजमाने को तैयार हैं। वे तिरुवनंतपुरम से कॉन्ग्रेस के लोकसभा उम्मीदवार हैं।

पुलवामा से पहले तक हमारे पक्ष में माहौल: शशि थरूर ने हार के कारण किए तैयार

अगर पुलवामा हमला न होता तो कॉन्ग्रेस के पक्ष में बहुत अच्छा माहौल लोकसभा चुनावों के परिप्रेक्ष्य में बन चुका था...

गाय संबंधी हिंसा पर शशि थरूर के झूठ का पर्दाफ़ाश, ट्रोल स्वाति चतुर्वेदी ने लिया था इंटरव्यू

उनका यह दावा मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित था, जिसके लिए IndiaSpend को दोषी करार दिया गया था, जो हिंदू-विरोधी प्रचार फैलाने के लिए गलत आँकड़ों का इस्तेमाल करनेवाली वेबसाइट है।

सबरीमाला मंदिर में महिलाओं का जाना भड़काऊ, उकसाने वाला और गैरज़रूरी काम: शशि थरूर

अक्सर अपने विवादित बयानों और अजीबोगरीब अँग्रेजी शब्दावली के इस्तेमाल के लिए चर्चाओं में रहने वाले शशि थरूर ने सबरीमाला मंदिर विवाद पर अपना विचार रखकर सबको चौंका दिया है

प्रधानमंत्री मोदी की तरह कमलनाथ को भी मिले ‘संदेह का लाभ’: शशि थरूर

थरूर ने कमल नाथ की तुलना प्रधानमंत्री से करते हुए कहा कि जैसे नरेन्द्र मोदी को 2002 दंगों में उनकी भूमिका को लेकर "संदेह का लाभ" मिला है वैसे ही कमल नाथ को भी 1984 दंगों को लेकर मिलना चाहिए।

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