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Shashi Tharoor
‘शशि थरूर का फैन हूँ लेकिन 2024 में उन्हें तिरुवनंतपुरम से BJP के टिकट पर हरा दूँगा’
पूर्व केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर तिरुवनंतपुरम सीट से कॉन्ग्रेस के टिकट पर 2009, 2014 और 2019 में जीत दर्ज कर चुके हैं। हालिया लोकसभा चुनावों में उन्होंने पिछले दोनों चुनावों से भी ज्यादा मत प्राप्त कर जीत दर्ज की थी।
FACT CHECK: शशि थरूर ने नेहरू की फोटो को लेकर फैलाया झूठ, ‘इंदिरा’ को लिखा ‘इंडिया’
थरूर ने नेहरू-इंदिरा की जो फोटो शेयर की वह न अमेरिका की थी और न 1954 की। फोटो मॉस्को की है जिसे 1955 में क्लिक किया गया था। नेहरू को महान और मोदी को नीचा दिखाने का थरूर का दाँव उलटा पड़ गया और उनसे लोगों के सवाल का जवाब देते नहीं बना।
‘POK पर प्रधानमंत्री मोदी के साथ हूँ, बालाकोट से हमने दिखा दिया कि हम चुप नहीं रहेंगे’
"बालाकोट हमले से एक संदेश गया है कि हमारे प्लेन पाकिस्तान की हवाई क्षेत्र में गए और उन्होंने लक्ष्य साधा। ये एक बड़ा संदेश था जो बताता था कि हम चुप नहीं रहेंगे और प्रतिक्रिया देंगे।"
‘करियर बनाने के लिए कॉन्ग्रेस में नहीं आया, चंद वोटों के लिए मूल विचार न त्यागे कॉन्ग्रेस’
थरूर पिछले कुछ दिनों से लगातार कॉन्ग्रेस पार्टी को सलाह पर सलाह दे रहे हैं। उन्होंने अपनी पार्टी को नसीहत दी कि भाजपा की सफलता से डरने की बजाय पार्टी अपने मूल विचारों पर ध्यान दे।
हिंदी भाषी बहुसंख्यकों के तु्ष्टीकरण से कॉन्ग्रेस जीरो होकर खत्म हो जाएगी: शशि थरूर
थरूर ने कहा कि एक सतर्क आशावादी के रूप में वह कहना चाहेंगे कि बड़ी संख्या में ऐसे भारतीय हैं, जो हाल के 'रूढ़िवादी रुझान' का विरोध करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और वे लगातार यह सुनिश्चित करेंगे कि भारत को लेकर 'विकृत विचार' सफल न हो।
शशि थरूर ने पार्टी को दी सलाह, कहा- कॉन्ग्रेस को सोचना पड़ेगा कि हमारे वोटर मोदी के साथ क्यों गए
थरूर ने अपनी पार्टी को इस बात पर विचार करने की सलाह दी कि आख़िर इन वोटरों ने कॉन्ग्रेस से नाता क्यों तोड़ लिया? पूर्व केंद्रीय मंत्री ने पूछा कि जब तक हम ये नहीं पता लगाएँगे कि हमारे वोटर हमें छोड़ कर क्यों चले गए, हम उन्हें वापस अपने पाले में लाने में कैसे कामयाब होंगे?
‘Oxford English’ से नहीं, मोदी-विरोध से ही जीते हो लोकसभा चुनाव: थरूर को कॉन्ग्रेस सांसद ने लताड़ा
मोदी की हर वक्त आलोचना को गैर वाजिब बताने के उनके बयान को सोनिया गाँधी ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया था। इसके बाद केरल की प्रदेश कॉन्ग्रेस ने थरूर से स्पष्टीकरण माँगा और पूर्व मंत्री वीरप्पा मोइली ने उन्हें 'पब्लिसिटी का भूखा' बताया।
थरूर-मेहर तरार ने साथ बिताईं थीं दुबई में तीन रातें: सुनंदा पुष्कर मामले में सामने आई बात
पुष्कर के बेटे शिव मेनन ने दावा किया कि उनकी माँ बहुत ही (मानसिक रूप से) ताकतवर महिला थीं, और वे आत्महत्या नहीं कर सकतीं थीं।
‘दूसरी औरत’ पर थरूर और सुनंदा में रोज होता था झगड़ा, कॉन्ग्रेस सांसद पर हत्या का मामला चलाने की मॉंगी इजाजत
दिल्ली की राउज एवेन्यू अदालत में चल रही सुनवाई के दौरान सुनंदा के भाई आशीष दास ने भी अपना बयान दर्ज कराया। उन्होंने कहा, "वह (सुनंदा) शादीशुदा ज़िंदगी से खुश थीं। आख़िरी दिनों में बहुत परेशान रहने लगी थी। लेकिन वह कभी भी आत्महत्या के बारे में नहीं सोच सकती थी।"
‘मोदी का सबसे बड़ा आलोचक रहा हूँ, अगर कॉन्ग्रेस सहमत न हो, तो भी मेरे विचारों का सम्मान करे’
"मैं नरेंद्र मोदी सरकार का एक कठोर आलोचक रहा हूँ और मुझे उम्मीद है कि सकारात्मक आलोचक रहा हूँ। समावेशी मूल्यों और संवैधानिक सिद्धांतों के कारण ही मैंने लगातार 3 बार चुनाव जीता है। मैं अपने कॉन्ग्रेस के साथियों से निवेदन करता हूँ कि मेरे विचारों की कद्र करें, यदि वे उससे सहमत नहीं हैं, तब भी।"