Sunday, November 24, 2024

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Smriti Irani

नकली गाँधी परिवार के चिराग की हार के वो कारण, जिसके बचाव में उतरा लिबरल मीडिया गिरोह

यह कहना ग़लत नहीं होगा कि राहुल गाँधी हमेशा इसी फ़िराक में रहे कि मोदी कब कोई चूक करें और फिर उन्हें मुद्दा बनाकर जनता के समक्ष उनकी छवि को धूमिल किया जा सके।

उम्मीद है कि वाड्रा मैडम जान गई होंगी कि ‘Who is Smriti Irani’

प्रियंका गाँधी अक्सर ईरानी पर यह आरोप लगाती थी कि वो एक बाहरी व्यक्ति हैं और उन्हें अमेठी के मतदाताओं की कोई परवाह नहीं है। उनके इन बेबुनियादी आरोपों का जवाब, राहुल को न चुनकर स्मृति को चुनकर जनता ने ख़ुद ही दे दिया।

भोपाल से प्रज्ञा की जीत, बेगूसराय से कन्हैया की हार और अमेठी में स्थिति संदिग्ध: एग्जिट पोल्स

'हिन्दू टेरर' के कलंक से कलंकित और कॉन्ग्रेस की तुष्टीकरण एवम् साम्प्रदायिक नीतियों का शिकार बनी साध्वी प्रज्ञा के भोपाल से प्रत्याशी बनने, कन्हैया का बेगूसराय से लड़ने और राहुल-स्मृति ईरानी की कड़ी टक्कर इस चुनाव की हेडलाइन बने।

अमेठी: जब चुनाव प्रचार छोड़ ग्रामीणों के साथ फसल में लगी आग बुझाने पहुँची स्मृति ईरानी

वीडियो में देखा जा सकता है कि स्मृति ईरानी ख़ुद हैंडपंप चलाकर आग बुझाने में ग्रामीणों की मदद कर रही हैं। उन्होंने पीड़ित परिवारों व महिलाओं से मिलकर उन्हें सांत्वना भी दी। अधिकारियों के समय से मौके पर न पहुँचने के कारण स्मृति नाराज़ दिखीं।

कॉन्ग्रेस के चेले जितना अपमानित करेंगे, मुझे नामदार से लड़ने के लिए उतनी ही ताकत मिलेगी: स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने डिग्री विवाद पर कॉन्ग्रेस के आरोपों पर पलटवार किया है। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि कॉन्ग्रेस हमेशा ही उन्हें अपमानित करने का प्रयास करती रही है और महिला होने के कारण ऐसी कोई प्रताड़ना नहीं है, जो कॉन्ग्रेस ने उनके खिलाफ इस्तेमाल ना की हो।

सांसद राहुल को बनाया लेकिन अमेठी को स्मृति ने अपनाया: वो 12 काम जिससे गरीब नहीं, गरीबी हटी

अमेठी को डिजिटल बनाने और 'मेड इन अमेठी' का सपना साकार करने से लेकर यहाँ के लोगों को सुगम स्वास्थ्य सुविधाएँ मुहैया कराने तक, स्मृति ईरानी ने हार कर भी अमेठी के लिए वो किया, जो पिछले 70 वर्षों में जीते हुए जनप्रतिनिधि भी न कर सके।

स्मृति ईरानी पर अश्लील बयानबाजी मामले में महागठबंधन नेता गिरफ्तार, बेल पर रिहा

भाजयुमो का आरोप, कि कॉन्ग्रेस के कई मौके पर मौजूद नेताओं ने कवाडे के बयान पर आपत्ति नहीं उठाई, राहुल गाँधी के महिला सशक्तिकरण पर गंभीर सवाल उठाता है।

पति बदलने के साथ बढ़ती है स्मृति की बिंदी: महागठबंधन के साथी नेता

माना जा रहा है कि स्मृति के अमेठी में जनसंपर्क और जनाधार बनाने और बढ़ाने के चलते ही राहुल गाँधी अमेठी के अलावा एक और ‘सुरक्षित’ सीट तलाशने को मजबूर हुए।

‘राहुल गाँधी अमेठी से भाग रहे हैं… वायनाड वाली मेरी ख़बर पूरी तरह से ग़लत है, अफ़वाह है’

अमेठी में राहुल गाँधी के द्वारा पिछले 10 वर्षों में किए गए कार्य और स्मृति ईरानी के पिछले 4 वर्षों में किए गए कार्यों की तुलना कीजिए - सब स्पष्ट हो जाएगा। स्पष्ट यह भी हो जाएगा कि 2019 लोकसभा चुनाव में राहुल गाँधी पीछे चल रहे हैं जबकि स्मृति ईरानी लीड ले रही हैं।

इज्जत बचाने के लिए ‘सर, साउथ से चुनाव लड़िए ना’ वाला माहौल बना रहे हैं राहुल गाँधी

रचनात्मकता की सभी हदें पार करते हुए राहुल गाँधी की इस पारिवारिक पार्टी के सदस्यों को उनसे ये रिक्वेस्ट करते हुए भी दिखाया गया है कि राहुल गाँधी को इस बार अमेठी नहीं, बल्कि केरल की किसी सीट से चुनाव लड़ना चाहिए।

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