धर्मगुरू श्री प्रकाश के अनुसार, उनके आश्रम और उनके घर को खोजकर उनके पास फ़र्ज़ी पत्रकारों को भेजा गया। उनके आश्रम में विरोधी लोग अनुयायी की शक्ल में आते, फ़र्ज़ी पत्रकार आश्रम और उनकी तस्वीरें लेते, वीडियो रिकॉर्डिंग करते और इस तरह आश्रम और धर्मगुरू के बारे में ग़लत प्रचार करते।
हिन्दू धर्म और प्रथाओं, परम्पराओं के प्रचार-प्रसार में शामिल लोगों को भी हमेशा सचेत रहना चाहिए कि हमारे ज्ञान और प्रणालियों को इतना धूमिल या व्यवसायीकृत न किया जाए कि उनके मूल रूप, उनकी आत्मा से छेड़-छाड़ होने लगे या वह क्षीण हो जाए।
इस वीडियो को पुरी के एसपी ने ख़ुद ट्विटर पर शेयर किया। उन्होंने लिखा, “1200 वॉलिंटियर्स, 10 संगठनों और घंटों की मेहनत के बाद रथयात्रा 2019 के दौरान ऐम्बुलेंस की सरल संचालन के लिए ह्युमन कॉरिडोर बनाना संभव हो पाया।”
दिल्ली के चांदनी चौक में मंदिर तोड़-फोड़ अपने-आप में अनोखी घटना हुई हो, ऐसा नहीं है। मंदिरों को तोड़ने, उत्पात मचाने और हिन्दुओं की भावनाओं को आहत करने की घटनाएँ हर सप्ताह घटित होती हैं। हालाँकि वामी मीडिया इसे अपने प्रोपेगेंडा के कारण दबा देती है। इसलिए जून 2019 से लेकर अब तक की 10 ऐसी घटनाएँ आपके लिए...
पार्किंग को लेकर हुई एक मामूली सी तक़रार झगड़े में तब्दील हो गई। उसके बाद दोनों समुदायों में जमकर पत्थरबाज़ी हुई। यह मामला यहीं नहीं थमा, उस रात, मुस्लिम भीड़ ने मंदिर में घुसकर प्रतिमाओं को तोड़ा और अल्लाहु अकबर के नारे लगाए।
सोशल मीडिया पर अविरल की गिरफ़्तारी पर विवाद बढ़ने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने ट्वीट के माध्यम से सूचना दी कि मंदिर में हनुमान चालीसा आज ही तय समय पर की जाएगी।
पुलिस ने नाबालिग लड़कों को मंदिर में लोहे की छड़ें चुराने के बाद पकड़ा, जिन्हें वो शराब ख़रीदने के लिए बेचने की फ़िराक में थे। यह घटना मंदिर में होने वाले अभिषेक समारोह से पहले हुई थी।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता केरल में मुफ़्त में नहीं आती और सत्ता पक्ष हिंदुओं के ख़िलाफ़ अपना पक्ष रखने के लिए जाना जाता है। हाल ही में, कम्युनिस्ट सरकार ने बलात्कार के आरोपी बिशप फ्रैंको का मजाक बनाने के लिए एक कार्टूनिस्ट को पुरस्कार देने के अपने फ़ैसले को पलट दिया था क्योंकि इससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँची थी।