सोशल मीडिया पर 2 अप्रैल 2024 को एक पाकिस्तानी शख्स फैसल रफी ने मौलवियों को लेकर एक सवाल किया जिसके बाद उस पोस्ट पर तमाम प्रतिक्रियाएँ आईं। दरअसल, फैसल रफी ने अपने ट्वीट में लोगों से पूछा था कि क्या कभी किसी मौलवी ने उन्हें शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया है या फिर कभी यौन शोषण किया है।
फैसल ने इस सवाल को पूछने के बाद पहले इसका खुद जवाब दिया। उन्होंने कहा, “ऐसा मेरे साथ हुआ है लेकिन घर में, मदरसे में नहीं।”
फैसल के इस सवाल के बाद प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई और ये प्रतिक्रियाएँ वाकई हैरान करने वाली थीं। न केवल महिला यूजर्स ने अपना दर्द साझा किया। वहीं लड़कों ने भी बताया कि उनके साथ ऐसा हुआ।
इकरा नाम की यूजर ने तो कहा कि उनके साथ ऐसा हुआ है और वो शायद ही ऐसी किसी लड़की को जानती हों जिसके साथ ऐसा नहीं हुआ।
खुर्रम कुरैशी ने कहा कि उनके और उनके भाई के साथ भी ऐसा होता था। मौलवी घर आकर उन्हें मारता था और धमकाता था कि घरवालों को कभी ये सब न पता चले। दोनों भाई डरे रहते थे। खुर्रम ने बताया कि एक बार दोनों भाइयों को पीटते समय अम्मा आ गई थीं जिसके बाद उस मौलवी को घर से बाहर फेंका गया।
सामिया शोएब अपना अनुभव बताते हुए कहती हैं कि मौलवी का पसंसदीदा काम अपनी गंदी जीभ को मेरे गले में डालना था (उसकी दाढ़ी से आने वाली चंदन की गंध मुझे आज भी याद है) उसने जब मेरे स्तनों को दबोचा तो मैं रोई, उसने मुझे चाँटा मारा और फिर मेरे साथ ये सब कहना शुरू किया।”
सोबिया कपाड़िया ने कहा, “जो आदमी मुझे और मेरी बहन को पढ़ाने आता था, वो हमें पिंच करता था, हमें छूता था। हम दोनों बहुत असहज रहते थे। हम अपने दादा से हमारे आसपास रहने को कहते थे।”
जाहिद ने बताया कि उनके साथ जिस मौलवी ने ऐसा किया वो मौलवी डोनेशन के लिए घर पर आया था। घंटी बजाने पर जब दरवाजा खोला तो उसने उनका हाथ पकड़कर प्राइवेट पार्ट पर रगड़ना शुरू कर दिया और इस दौरान वह दीन की बातें करता रहा। जिसके बाद उन्हे कभी मौलवियों पर यकीन नहीं हो पाया।
बता दें कि मौलवियों द्वारा बच्चों का शोषण पाकिस्तान में बहुत सामान्य सा लगता है। लेकिन लंदन से लेकर अन्य देशों में रहने वाले मुस्लिम भी इस दौरान फैसल से सहमत होते दिखे जो हैरान करने वाला है। भारत में भी कई ऐसी घटनाएँ दर्ज हैं जहाँ मौलवियों को यौन शोषण के इल्जाम में गिरफ्तार किया गया हो। हमीरपुर में इस आरोप में मुंतजीर आलम गिरफ्तार हुआ था। इसके बाद जहानाबाद के अल्बानत इकरा अकादनी से मौलवी अब्दुल मनन गिरफ्तार हुआ था। फक्रपुर से मौलवी दिलशाद पकड़ा गया था।