उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित अंसल कॉलोनी के रहने वाले चंद्रभान ने मेहनत करके ट्रांसपोर्ट का बिजनेस खड़ा किया। वो ड्राइवरों को रोजगार भी देता था। वो उनके साथ बैठकर खा-पी भी लेता था, लेकिन 3 मुस्लिमों के साथ शराब पीना और शराब पीने के दौरान माँस का जिक्र करना उसपर इतना भारी पड़ गया कि फारुख, शाहरुख और आदिल ने चंद्रभान को पीट-पीट कर ही मार दिया। इसके बाद शव को हरियाणा के सोनीपत जिले में ठिकाने लगा दिया और फिर कार खड़ी कर फरार हो गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते शनिवार (22 जून 2024) को सोनीपत में एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था। उसकी पहचान नहीं हो पाई थी। सोनीपत पुलिस ने तीन दिन बाद शव का पोस्टमार्टम कराया और बुधवार को अज्ञात (लावारिश) के रूप में शव का अंतिम संस्कार करने का फैसला लिया, लेकिन तभी मौके पर लोनी-गाजियाबाद की पुलिस पहुँच गई। बताया गया कि ये शव चंद्रभान का है, जो शुक्रवार (21 जून 2024) से लापता था। वो ट्रांसपोर्ट का बिजनेस करता था और लोगों को अपनी कार किराए पर देता था, जो उसकी ही मौत की वजह बन गई।
जानकारी के मुताबिक, मूल रूप से महोबा के रहने वाले चंद्रभान 30 साल से गाजियाबाद की अंसल कॉलोनी में रहते थे। उनके भाई आनंद ने बताया कि शुक्रवार की सुबह ड्राइवर फारुख चंद्रभान को अपने साथ कार ठीक कराने की बात कहकर ले गया था। रास्ते में शाहरुख भी मिला और तीनों कार लेकर मिस्त्री आदिल के पास पहुँचे। यहीं किसी बात को लेकर उनमें बहस हो गई, तभी चंद्रभान ने उन्हें माँस खाने वाला कहा तो मामला गड़बड़ा गया।
लोनी एसीपी भास्कर वर्मा ने बताया कि चंद्रभान की हत्या के मामले में उनके बेटे रवि ने फारुख, शाहरुख और आदिल के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है। रिपोर्ट दर्ज करने के बाद पुलिस ने फारुख और शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया है। आदिल फरार चल रहा है। गिरफ्तार आरोपी फारुख ने बताया कि वह और उनका भाई शाहरुख चंद्रभान की कार चलाते थे। आदिल फरार है।
ऐसा हुई हत्या
बीते शुक्रवार को सुबह करीब 11 बजे फारुख चंद्रभान के घर आया था। उसने चंद्रभान को कार में बैठाया। कार में कुछ खराबी आ रही थी। दोनों कार को सही कराने और सीएनजी भरवाने के लिए निकल गए थे। यहाँ से लोकर आदिल के पास पहुँचे और सभी शराब पीने लगे। इस दौरान किसी बात को लेकर बहस हो गई, जिसमें चंद्रभान ने माँस का जिक्र किया। इसके बाद इसके बाद तीनों ने चंद्रभान के साथ मारपीट कर हत्या कर दी और शव को ठिकाने लगाने के लिए हरियाणा की तरफ चल दिए। उन्होंने जखोली टोल प्लाजा से कुछ दूर पहले चंद्रभान के शव को पेरिफेरल हाईवे से नीचे फेंक दिया था।
हत्यारों ने चंद्रभान का फोन अलीपुर से पहले भलस्वा डेरी कूड़ा अड्डा में फेंक दिया था। शव को ठिकाने लगाने के बाद फारूख, आदिल और शाहरुख वापस आ गए थे। आदिल को राशिद गेट पर उतार दिया और गाड़ी फारुख ने मृतक के घर के पास खड़ी कर दी थी। इस मामले में पुलिस ने सबसे पहले फारुख को पकड़ा, फिर शव को बरामद किया। इसके बाद शाहरुख को भी गिरफ्तार कर लिया। अभी आदिल फरार है।