Monday, November 25, 2024
HomeराजनीतिCAA के समर्थन में कॉन्ग्रेस विधायक: कहा- अब मुस्लिम भी नहीं कर रहे विरोध

CAA के समर्थन में कॉन्ग्रेस विधायक: कहा- अब मुस्लिम भी नहीं कर रहे विरोध

इससे पहले गोवा में कॉन्ग्रेस के चार नेताओं ने CAA के मसले पर पार्टी छोड़ दी थी। इन नेताओं का कहना था कि पार्टी अल्पसंख्यकों खासकर, समुदाय विशेष को बरगलाने की कोशिश कर रही है।

नागरिकता संशोधन कानून (CAA) को लेकर कॉन्ग्रेस के भीतर ही विरोध तेज होता जा रहा है। पहले गोवा में पार्टी स्टैंड का विरोध करते हुए कुछ नेताओं ने पार्टी छोड़ी। अब मध्य प्रदेश के दो कॉन्ग्रेस विधायकों ने इसके विरोध पर आपत्ति जताई है। ये विधायक हैं मंदसौर जिले के सुवासरा विधानसभा क्षेत्र से चुने गए हरदीप सिंह डांग और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह।

लक्ष्मण सिंह ने ट्वीट कर पार्टी स्टैंड को लेकर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा है कि सीएए पर अब पॉलिटिक्स बंद होनी चाहिए। मुस्लिम भी अब इसका विरोध नहीं करना चाहते। चांचौड़ा से विधायक सिंह पहले भी कह चुके हैं कि संसद में कानून पारित हो चुका है और सभी राजनीतिक दल अपने विचार व्यक्त कर चुके हैं। ऐसे में इसे विषय पर ज्यादा टिप्पणी, बयान व्यर्थ है। उन्होंने कहा ​था कि इसके कबूल कर लोगों को आगे बढ़ना चाहिए।

वहीं, विधायक हरदीप सिंह डांग ने यह कहते हुए CAA का समर्थन किया है कि यह देश के नहीं बल्कि पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में रह रहे अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए है, जो बहुत ही अच्छी बात है। डंग ने CAA और NRC पर आम लोगों के साथ राजनीतिक पार्टियों की अधूरी जानकारी को लेकर हैरानी भी जताई है। उन्होंने कहा कि अधूरी जानकारी के कारण ही लोग सड़कों पर आकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं।

सीतामऊ में पत्रकारो से बात करते हुए डांग ने कहा कि पाकिस्तान में प्रताड़ित लोगों को यदि भारत में सहारा मिलता है तो इसमें कोई गलत बात नहीं है। उन्होंने कहा कि CAA और NRC अलग-अलग हैं। इन्हें अलग-अलग ही देखा जाना चाहिए।

लक्ष्मण सिंह और डांग का ये बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब सीएए को लेकर कॉन्ग्रेस लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है। बीते दिनों मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी विरोध-प्रदर्शन में शामिल हुए थे। वैसे यह पहला मौका नहीं है जब डांग और लक्ष्मण सिंह ने अपनी पार्टी के ही स्टैंड का विरोध किया हो। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त करने के मोदी सरकार के फैसले का भी उन्होंने स्वागत किया था। लक्ष्मण सिंह भी कर्जमाफी सहित कई मसलों पर कमलनाथ सरकार को घेर चुके हैं।

इससे पहले गोवा में कॉन्ग्रेस के चार नेताओं ने CAA के मसले पर पार्टी छोड़ दी थी। इन नेताओं का कहना था कि पार्टी अल्पसंख्यकों खासकर, समुदाय विशेष वालों को बरगलाने की कोशिश कर रही है। पार्टी छोड़ने वाले नेताओं में पणजी कॉन्ग्रेस ब्लॉक समिति के अध्यक्ष प्रसाद अमोनकर, उत्तर गोवा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रमुख जावेद शेख, ब्लॉक समिति सचिव दिनेश कुबल और नेता शिवराज तारकर शामिल थे। सीएए का समर्थन करते हुए इनमें से तीन नेता भाजपा की सदस्यता भी ले चुके हैं।

कॉन्ग्रेस को नहीं मिल रहे मेंबर: 15 जनवरी तक बनाने थे 2 लाख, 2 महीने में 2600 ने ही थामा हाथ

क़र्ज़माफ़ी संभव नहीं, राहुल गाँधी को नहीं करना चाहिए था वादा: दिग्विजय के भाई लक्ष्मण सिंह

CAA लाओ, मुस्लिमों को नागरिकता मत दो: 2003 में कॉन्ग्रेस नेताओं ने की पैरवी, आज फैला रहे अफवाह

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

Searched termsCAA मध्य प्रदेश कांग्रेस, मध्य प्रदेश कांग्रेस विधायक, विधायक लक्ष्मण सिंह, विधायक हरदीप सिंह डांग, CAA कांग्रेस, CAA यूपीए सरकार, CAA संसदीय समिति की रिपोर्ट 2003, CAA मनमोहन सिंह, नागरिकता संशोधन कानून कॉन्ग्रेस, नागरिकता संशोधन कानून यूपीए सरकार, नागरिकता संशोधन कानून संसदीय समिति की रिपोर्ट 2003, नागरिकता संशोधन कानून यूपीए सरकार, नागरिकता संशोधन कानून, नागरिकता संशोधन कानून शिवसेना, CAA शिवसेना, CAB शिवसेना, नागरिकता संशोधन कानून क्या है, नागरिकता संशोधन कानून 2019, नागरिकता हिंसा, जामिया प्रोटेस्ट, जामिया हिंसा, भारत विरोधी नारे, citizenship amendment bill, CAA, कौन बन सकता है भारतीय नागरिक, कैसे जाती है नागरिकता, कैसे खत्म होती है भारतीय नागरिकता, विपक्ष का हंगामा, नागरिकता बिल मीडिया, नागरिकता बिल सेक्युलर, अमित शाह न्यूज़, नागरिकता बिल अमित शाह
ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

संभल में घरों से निकले हथियार, छतों से पत्थरबाजी करने वाली औरतें भी गिरफ्तार: 2 मृतकों के शरीर में मिली वो गोलियाँ जो पुलिस...

संभल में मुस्लिम भीड़ की हिंसा में कुल 28 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं जिसमें DSP और SP के PRO भी शामिल हैं। एक कांस्टेबल के सिर में गंभीर चोट है।

60% मुस्लिम, कॉन्ग्रेस के हुसैन परिवार का दबदबा… कुंदरकी जैसी ही है सामागुरी में BJP की जीत भी: असम-मेघालय में NDA का क्लीन स्वीप

असम की सामागुरी सीट पर बीजेपी को मिली जीत खास चर्चा का विषय रही। यह सीट मुस्लिम बहुल क्षेत्र में आती है और इसे कॉन्ग्रेस का गढ़ माना जाता था।
- विज्ञापन -