पश्चिम बंगाल के आसनसोल के एक प्रेमी जोड़े को झारखंड के झरिया से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद नाबालिग लड़की को छोड़ दिया, जबकि 19 वर्षीय गौरव को जेल भेज दिया गया। गौरव और उसकी प्रेमिका को झरिया में उसके मामा के घर से पकड़ा गया। गौरव पर नाबालिग प्रेमिका को अगवा करने का आरोप लगाया गया है। हालाँकि गौरव की माँ ज्योति देवी का कहना है कि यह मामला अपहरण का नहीं बल्कि प्रेम प्रसंग का है। उन्होंने कहा कि लड़की के दूसरे समुदाय के होने के कारण दबाव में पुलिस उनके पूरे परिवार और रिश्तेदारों को परेशान कर रही है।
दरअसल गौरव को दूसरे समुदाय की लड़की से प्यार हो गया। वो उसके साथ शादी करना चाहता था। मगर इसकी भनक लड़की के घरवालों को लग गई तो बखेड़ा खड़ा हो गया। इसके बाद गौरव और उसकी प्रेमिका ने भागने का फैसला किया। दोनों के घर से भागने के बाद आसनसोल की स्थिति और भी ज्यादा तनावपूर्ण हो गई। इलाके में सांप्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया। पुलिस को इसकी शिकायत दी गई। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दोनों को झरिया से पकड़ा। पुलिस का कहना है कि वे दोनों गौरव के मामा के घर में छुपे हुए थे।
आसनसोल साउथ थाना के पुलिस अधिकारी स्वरूप मुखर्जी ने बताया कि 21 जनवरी को एक व्यक्ति ने अपनी नाबालिग बेटी के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में उसने बीगू ठाकुर के 19 वर्षीय पुत्र गौरव ठाकुर, नीरज ठाकुर और कौशल तिवारी के खिलाफ उसकी बेटी के अपहरण की बात कही थी। उसका कहना था कि उसकी बेटी 17 साल की है और कक्षा 9 में पढ़ती है।
थाने में शिकायत दर्ज होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू की। जाँच के दौरान पुलिस को दोनों के झरिया में छुपे होने की बात पता चली। इसके बाद पुलिस ने वहाँ पर छापेमारी की और दोनों को गिरफ्त में लिया। फिर पुलिस ने कानूनी कार्रवाई करते हुए गौरव को अपहरण के आरोप में जेल भेज दिया। बता दें कि गाैरव के पिता आसनसोल नगर निगम के पार्षद हैं।