Sunday, April 28, 2024
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दिल्ली हिंसा: AAP के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन का भाई शाह आलम गिरफ्तार

जब उसकी खोजबीन हुई तो पता चला कि वह फरार है। प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया था कि हिंसा वाले दिन शाह आलम अपने भाई यानी ताहिर हुसैन की छत पर दंगाइयों के साथ मौजूद था और हिंसा भड़काने में उसका बहुत बड़ा हाथ है।

उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुई हिंदू विरोधी हिंसा मामले में आम आदमी पार्टी के निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन के भाई शाह आलम को पुलिस ने आज गिरफ्तार कर लिया। शाह आलम का नाम चाँदबाग में भड़की हिंसा के मद्देनजर जाँच में सामने आया था। उसपर चाँदबाग हिंसा में शामिल होने का आरोप है। साथ ही ये भी आरोप है कि अंकित शर्मा की हत्या के वक्त वह घटनास्थल पर मौजूद था। इसलिए अब केस में उससे पूछताछ की जाएगी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिंसा के काफी समय बाद तक पुलिस का शक शाह आलम की तरफ नहीं गया था। जिसके कारण उसके ऊपर कोई एफआईआर नहीं हुई और न ही उससे कोई पूछताछ हुई। बस फिर क्या, इसी का फायदा उठाकर वह फरार हो गया।

जानकारी के अनुसार, शाह आलम का नाम गवाहों ने अपने बयान में लिया था। इसके मद्देनजर पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उससे पूछताछ करनी चाहती थी। मगर, जब उसकी खोजबीन हुई तो पता चला कि वह फरार है। प्रत्यक्षदर्शियों ने आरोप लगाया था कि हिंसा वाले दिन शाह आलम अपने भाई यानी ताहिर हुसैन की छत पर दंगाइयों के साथ मौजूद था और हिंसा भड़काने में उसका बहुत बड़ा हाथ है।

हालाँकि, शाह आलम के खिलाफ तब तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं थी, लेकिन क्राइम ब्रांच को पूछताछ में लोगों ने उसका नाम बताया था। इसलिए उसकी तलाश की जा रही थी। चश्मदीदों ने बताया था कि अंकित शर्मा को ताहिर के गुंडे उसकी इमारत में ले घसीटकर ले गए थे। बाद में उनका शव नाले से बरामद किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट बताती है कि उन्हें 400 से अधिक बार गोदा गया था।

चश्मदीदों ने ये भी बताया था कि इस इमारत में शाह आलम भी मौजूद था। इस मामले में एफआईआर दर्ज होने के बाद ताहिर हुसैन भी फरार हो गया था। बाद में उसने दिल्ली की एक अदालत में अग्रिम जमानत याचिका डाली। लेकिन पिछले गुरुवार को अदालत में सरेंडर करने से पहले ही पुलिस ने दबोच लिया।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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