बुधवार (मार्च 13, 2019) को भाजपा की ओर से एक प्रतिनिधिमंदल ने दिल्ली में चुनाव आयोग से मिलकर बंगाल राज्य को अतिसंवेदनशील घोषित करने की माँग की थी। इसकी जानकारी मिलने के बाद प्रदेश मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि चुनाव आयोग से राज्य के सभी पोलिंग बूथ को अतिसंवेदनशील घोषित करने की माँग करके भाजपा ने बंगाल और वहाँ के लोगों का अपमान किया है।
ममता की मानें तो भाजपा द्वारा राज्य को संवेदनशील घोषित करने की माँग से ही बीजेपी उन्हें परेशान करने लगी है। और ऐसा इसलिए क्योंकि बीजेपी को बंगाल की खुशहाली और समृद्धि पसंद नहीं आ रही है। ममता का कहना है कि भाजपा मनोरोग की शिकार हो चुकी है।
ममता ने बड़ी नाराजगी वाले अंदाज में कहा है कि आखिर राज्य को अतिसंवेदनशील बताकर वो (भाजपा) कह भी कैसे सकते हैं कि वो सुरक्षाबल और तृणमूल कॉन्ग्रेस को कंट्रोल करेगी। इतना ही नहीं ममता बनर्जी ने देश में लोकतंत्र पर सवाल उठाते हुए कहा कि बीजेपी राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मीडिया संस्थानों को निगरानी में रखकर कंट्रोल कर रहे हैं। उन्होंने प्रेस क्लब को आवाज़ उठाने की भी नसीहत दी।
ममता ने अपने कार्यकर्ताओं से पोलिंग बूथ पर सतर्क रहने का आदेश दिया है। दरअसल, ममता का तर्क है जब
एक दिन में त्रिपुरा, राजस्थान में चुनाव हो सकते हैं तो बंगाल में क्यों नहीं सकते?
बता दें कि इस वर्ष लोकसभा चुनाव यूपी, बिहार, बंगाल में 7 चरणों में होने तय हुए हैं। जिसके कारण कई विपक्षी दल नाराज़ हैं और आरोप लगाया है कि ऐसा सिर्फ़ भाजपा को फायदा पहुँचाने के लिए किया जा रहा है।
बंगाल को शांतिपूर्ण राज्य बताने वाली ममता ने कहा कि भाजपा प्रदेश को संवेदनहीन समझ रही है, साथ ही, निर्वाचित सरकार को भी नियंत्रित करने का प्रयास कर रही है। ममता ने भाजपा को इन सब चीज़ों का जवाब बैलेट पेपर से देने की बात कही है।