Sunday, September 8, 2024
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बलिया में कब्रिस्तान की जमीन बता छठ पूजा का विरोध, तनाव के बीच अर्घ्य: UP पुलिस ने कहा – ‘सब कंट्रोल में है’

समुदाय विशेष के कुछ लोगों ने पूजा स्थल को कब्रिस्तान की जमीन बताते हुए छठ पूजा का विरोध किया। विवाद की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ने मामले में दखल देते हुए हिंदुओं द्वारा छठ पूजा के लिए लगाए गए टेंट हटा दिए। तनाव के बीच ही व्रतियों ने अर्घ्य दिए।

उत्तर प्रदेश के बलिया में बिल्थरारोड बिठुआ स्थित पोखरा गाँव में छठ पूजा के दौरान सांप्रदायिक तनाव की स्थिति पैदा हो गई। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने छठ पूजा रोकते हुए कहा कि जिस स्थान पर पूजा हो रही है वह कब्रिस्तान की ज़मीन है। इसको लेकर विवाद बढ़ने पर दोनों समुदायों के बीच टकराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक़ गाँव के ही निवासी तौसीफ़ नाम के युवक ने छठ पूजा पर पाबंदी लगाने का आह्वान किया था। उसने दावा किया कि जिस जगह पर पूजा हो रही है वह कब्रिस्तान की ज़मीन है और इस पर हिन्दू समाज के धार्मिक क्रियाकलाप रोक लगाई जानी चाहिए। विवाद की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ने मामले में दखल देते हुए हिंदुओं द्वारा छठ पूजा के लिए लगाए गए टेंट हटा दिए। तनाव के बीच ही व्रतियों ने अर्घ्य दिए। 

इसके बाद ग्राम प्रधान कौशल्या देवी की अगुवाई में ग्रामीणों ने भारी संख्या में इकट्ठा होकर इस मुद्दे को लेकर तहसीलदार जितेन्द्र सिंह से बात की। उन्होंने अपनी शिकायत में कहा कि बिठुआ पोखरे के उत्तरी छोर पर बह और भीटा की ज़मीन पर अवैध तरीके से कब्ज़ा करने का प्रयास किया जा रहा है। 

इसके अलावा ग्रामीणों ने इस मामले की जाँच करने का भी निवेदन किया। जिस पर तहसीलदार जितेन्द्र सिंह ने मामले की जाँच और भू-अभिलेखों के सत्यापन के लिए चार लेखपाल और एक कानूनगो की टीम का गठन कर दिया है। तहसीलदार जितेन्द्र सिंह के मुताबिक़ जाँच टीम दावों की पुष्टि के लिए मौके पर जाकर निरीक्षण करेगी।   

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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