Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाज'मूर्ति पूजा में कोई दम नहीं है' : अबू बकर समेत 4 ने करवाया...

‘मूर्ति पूजा में कोई दम नहीं है’ : अबू बकर समेत 4 ने करवाया हिंदू युवक का धर्म परिवर्तन, गोमाँस न खाने पर पीटा

पीड़ित बताता है कि उसका धर्म परिवर्तन करवाने वाले सभी आरोपित दावत-ए-इस्लाम और ग्लोबल पीस सेंटर चलाते हैं जहाँ गरीब हिंदुओं को बहला-फुसला कर इस्लाम कबूल करवाया जाता है।

हरियाणा के मेवात से एक बार फिर धर्म परिवर्तन से जुड़ा मामला सामने आया है। इस बार शिकायत रोजकामेव थाना में दर्ज हुई है। आरोप है कि रोजकामेव थाना अंतर्गत बरोटा गाँव के एक व्यक्ति को पैसे का लालच देकर धर्म परिवर्तन करवाया गया और बाद में उससे मारपीट हुई। शनिवार को इस मामले में 4 लोगों के विरुद्ध थाने में तहरीर दी गई थी। मामले की जाँच के बाद रविवार की शाम पुलिस ने अबू बकर नाम के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। अब बाकी आरोपितों की तलाश जारी है।

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार, थाना एसएचओ मनोज वर्मा ने कहा कि पुलिस ने रविवार (22 अगस्त 2021) शाम अबू बकर को गिरफ्तार कर लिया है। अन्य आरोपितों की तलाश चल रही है। जल्द सारे आरोपित पुलिस गिरफ्त में होंगे। बता दें कि शिकायतकर्ता मनोज कुमार ने नूँह जिला के एसपी को बताया था कि अप्रैल 2020 में अबू बकर, दिलशाद मौलाना, मौलाना मुबीन, मास्टर सोहराब व इनके अन्य साथियों ने रुपयों का लालच देकर उसका धर्म परिवर्तन करवाया था। इस दौरान दिलशाद ने कागज तैयार करवाकर उसे धर्म परिवर्तित करने को कहा था और हिंदुओं के देवी-देवताओं के बारे में कई आपत्तिजनक शब्द बोलते हुए कहा था कि मूर्ति पूजा में दम नहीं है।

पीड़ित ने पुलिस को बताया कि वह सबसे पहले सलंबा गाँव के अबू बकर से संपर्क में आया थ। इसके बाद उसी अबू ने उसे तावडू निवासी मौलाना दिलशाद और गाँव खड़खड़ी के रहने वाले मौलाना मुबीन से मिलाया। सबने मिल कर ऐसे स्थिति बनाई कि अप्रैल 2020 में मनोज को इस्लाम कबूलना पड़ा। मनोज बताता है कि उसे इस्लाब कबूलने पर कुछ रकम दी गई थी और बाद में शादी कराने का वादा किया गया था।

मनोज के अनुसार, धर्म परिवर्तन के बाद उसे सलंबा में ही बसा दिया गया और अन्य हिंदू युवकों को इस्लाम कबूल करवाने के काम में लगाया गया। कई माह तक आरोपितों ने उसे अपने साथ रखा और गोमाँस खिलाने का प्रयास करते थे। मना करने पर मारपीट होती थी। धीरे-धीरे मनोज को हकीकत समझ आने लगी। उसने किसी तरह अपने पिता को ये सारी बातें बताई। जब पिता उससे मिलने आए तो उन पर भी धर्मांतरण का दबाव बनाया गया और पैसे का लालच देकर रोकने का प्रयास हुआ। मनोज किसी तरह आरोपितों के चंगुल से निकला और दो दिन पहले पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी। पीड़ित का कहना है कि ये आरोपित दावत-ए-इस्लाम और ग्लोबल पीस सेंटर चलाते हैं। ये सभी गरीब, छोटी जातियों के हिंदुओं, बेसहारा हिंदू धर्म के लोगों को बहला-फुसला कर इस्लाम कबूल करवाते है।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -