Friday, November 29, 2024
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पंजाब के बाद राजस्थान में फँसी कॉन्ग्रेस: सचिन पायलट दिल्ली में, CM अशोक गहलोत के OSD का इस्तीफा

पायलट समर्थक विधायक एक साल पहले किए गए अपने वादे को पूरा किए जाने की माँग गाँधी परिवार के तीनों सदस्यों के समक्ष रखेंगे। उधर, खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके खेमे के विधायक पूरी तरह आश्वस्त हैं।

पंजाब में कल शानिवार (18 सितंबर 2021) को मुख्‍यमंत्री कैप्‍टन अमरिंदर सिंह के इस्‍तीफे के घटनाक्रम के बीच राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत के एक ऑफिसर ऑन स्‍पेशल ड्यूटी (ओसडी) के एक ट्वीट करने से एक और विवाद सामने आया है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के ओएसडी लोकेश शर्मा ने देर रात अपना इस्तीफा सीएम गहलोत को भेज दिया है। इस्तीफे की वजह लोकेश शर्मा द्वारा किया गया एक ट्वीट बताया जा रहा है जिसके बाद कयासों का नया दौर शुरू हो गया था और उनके ट्वीट को पंजाब के घटनाक्रम के साथ भी जोड़कर देखा जाने लगा था।

बता दें कि लोकेश शर्मा सीएम अशोक गहलोत के सोशल मीडिया का कामकाज सँभालते थे। कल शनिवार को राजस्‍थान के मुख्‍यमंत्री अशोक गहलोत के ऑफिसर ऑन स्‍पेशल ड्यूटी (ओसडी) लोकेश शर्मा ने ट्वीट किया था, ”मजबूत को मजबूर, मामूली को मगरूर किया जाए… बाड़ ही खेत को खाए, उस फसल को कौन बचाए!”

ओएसडी शर्मा ने अपने इस्‍तीफे में सीएम गहलोत को संबोधित करते हुए लिखा है, “मेरे द्वारा किए ट्वीट को राजनैतिक रंग देते हुए, गलत अर्थ निकालकर पंजाब के घटनाक्रम से जोड़ा जा रहा है। मैंने आज तक पार्टी लाइन से अलग कॉन्ग्रेस के किसी भी छोटे से लेकर बड़े नेता के संबंध में और प्रदेश की कॉन्ग्रेस सरकार को लेकर कभी भी कोई ऐसे शब्‍द नहीं लिखे हैं जिन्‍हें गलत कहा जा सके।”

लोकेश शर्मा ने आपने पत्र में लिखा है, “श्रीमान मेरे आज के ट्वीट से किसी भी रूप में पार्टी, सरकार और आलाकमान की भावननाओं को ठेस पहुँची हो तो मैं करबद्ध रूप से क्षमा चाहता हूँ, मेरी मंशा, मेरे शब्‍द और मेरी भावना किसी को भी किसी भी रूप में ठेस पहुँचाने वाली थी और न कभी होगी। माननीय फिर भी अगर आपको लगता है मेरे द्वारा जान-बूझकर कोई गलती की गई है तो आपके विशेषाधिकारी पद से इस्‍तीफा भेज रहा हूँ, निर्णय आपको करना है।”

बता दें कि कॉन्ग्रेस आलाकमान सोनिया गाँधी के ‘आई एम सॉरी अमरिंदर’ कहने के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस इस्तीफे के बाद से राजस्थान कॉन्ग्रेस में भी गतिविधियाँ बढ़ीं हैं। जहाँ तरफ पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट के समर्थकों को उम्मीद है कि पार्टी आलाकमान पंजाब के बाद अब राजस्थान के बारे में निर्णय करेगा। राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार और प्रदेश कॉन्ग्रेस कमेटी के नए अध्यक्ष की नियुक्ति अगले कुछ दिनों में होने की उम्मीद पायलट समर्थकों ने जताई है।

वहीं बताया जा रहा है कि पायलट इन दिनों दिल्ली में है। शनिवार शाम को विधानसभा का सत्र समाप्त होने के बाद अब उनके समर्थक विधायक भी दिल्ली जाने की तैयारी में जुट गए। पायलट समर्थक विधायक अब तक प्रदेश प्रभारी अजय माकन और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल से ही मिलते रहे हैं, लेकिन अब कॉन्ग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गाँधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी व महासचिव प्रियंका गाँधी से मुलाकात का समय माँगा गया है।

रिपोर्ट के अनुसार, पायलट समर्थक विधायक एक साल पहले किए गए अपने वादे को पूरा किए जाने की माँग गाँधी परिवार के तीनों सदस्यों के समक्ष रखेंगे। उधर, खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके खेमे के विधायक पूरी तरह आश्वस्त हैं।

गौरतलब है कि कल पंजाब कॉन्ग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के साथ लंबे समय से चली तनातनी के बीच अमरिंदर सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। और दो टूक कहा कि बार-बार विधायकों की बैठक बुलाए जाने से उन्होंने अपमानित महसूस किया, जिसके बाद पद छोड़ दिया था। इसी के साथ राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी कॉन्ग्रेस में गुटबाजी की बात एक बार फिर खुलकर सतह पर आ गई है। सियासी जानकार मानते हैं कि कॉन्ग्रेस आलाकमान दोनों राज्यों को लेकर भी फैसला ले सकता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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