पत्रकार के वेश में अभद्र गालीबाज ट्रोल स्वाति चतुर्वेदी ने फिर भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री आमिर शाह के बारे में फेक न्यूज़ फैलाई है। स्वाति के एक ट्वीट में दावा किया गया है कि गृह मंत्री संसद सत्र के बीच में सो रहे थे।
लेकिन लगता है स्वाति चतुर्वेदी और उनके जैसे अभद्र ट्रोल लोक सभा की कार्यवाही की प्रासंगिक रिकॉर्डिंग नहीं देखते, इसी लिए ऐसे निष्कर्ष पर पहुँच जाते हैं। अगर पूरा वीडियो देखा जाए तो अमित शाह कानून, दूरसंचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं आईटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद के वक्तव्य को ध्यानपूर्वक सुन रहे थे। जिस पल का स्क्रीनशॉट स्वाति ने ट्विटर पर डाला, उस पल वह रवि शंकर प्रसाद के भाषण के दौरान अपनी मेज पर रखे कुछ कागज़ देख रहे थे। आँखें नीची होने के इस क्षण को जान बूझकर स्क्रीनशॉट के लिए चुना गया। पूरी कार्यवाही का वीडियो नीचे आप खुद देख सकते हैं:
इस वीडियो में देख कर यह साफ पता चल जाता है कि अमित शाह उक्त समय पर पूरी तरह सक्रिय और सजग थे। और-तो-और, यह वीडियो इस संसद सत्र का है भी नहीं। यह संसद के इस साल जनवरी में हुए सत्र का वीडियो है। स्पष्टतः स्वाति को ट्विटर पर जाने के पहले अपने दावों को खुद जाँच लेने की कोई ज़रूरत महसूस नहीं हुई है। उनके इस ट्वीट को ट्विटर पर जब कई सारे यूज़र्स ने निशाने पर लिया तो उन्हें अपना ट्वीट हटाने पर मजबूर होना पड़ा।
फेक न्यूज़ फ़ैलाने और सोशल मीडिया पर भ्रम फ़ैलाने का स्वाति चतुर्वेदी का पुराना इतिहास है। उन्होंने हाल ही में ऑपइंडिया को मानहानि का नोटिस भेजते हुए हम पर यह आरोप लगाए कि हमारे उनके द्वारा की जा रही निम्न गुणवत्ता की पत्रकारिता पर लिखे गए लेखों के चलते उन्हें पाठकों की संख्या में कमी झेलनी पड़ी है। अतीत में स्वाति ने ठुकराए हुए प्रेमी के हाथों हिंसा की शिकार लड़की को बीएचयू की हिंसा के रूप में दिखाया था। उन्होंने एक राष्ट्रीय स्तर के नेता के बयानों के साथ भी राष्ट्रीय टीवी पर छेड़छाड़ की थी। इसके अलावा वह पहले भी अमित शाह के भाषण पर फेक न्यूज़ फ़ैलाने का प्रयास कर चुकीं हैं। उन्होंने एक संदिग्ध वेबसाइट द्वारा फैलाई गई फेक न्यूज़ को भी विश्वसनीयता प्रदान की है। उन्होंने इससे पहले इस पर भी फेक न्यूज़ फैलाई थी कि कन्हैया कुमार पर भाजपा पदाधिकारी ने हमला किया है।