Tuesday, November 26, 2024
Homeसोशल ट्रेंड2004 में तेंदुलकर, 2022 में रवींद्र जडेजा... दोहरा शतक पूरा होने से पहले ही...

2004 में तेंदुलकर, 2022 में रवींद्र जडेजा… दोहरा शतक पूरा होने से पहले ही घोषित हुई पारी, लोगों ने बताया ‘राहुल द्रविड़ इफ़ेक्ट’

मोहाली टेस्ट मैच के दौरान भारतीय टीम के टॉस जीतने के बाद रवींद्र जडेजा ने धुआंधार पारी खेली। उन्होंने मैच के दूसरे दिन नाबाद 175 रन बनाए। लेकिन तभी रोहित शर्मा ने पहली पारी को खत्म कर दिया, जिसके बाद उन्हें और टीम के कोच राहुल द्रविड़ को ट्रोल किया जा रहा है।

मोहाली में चल रहे भारत-श्रीलंका टेस्ट मैच में रवींद्र जडेजा की धुआँधार पारी ने आज सबको हैरान कर दिया। इस मैच में भारतीय टीम ने जहाँ टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करते हुए 574 का लक्ष्य दिया, वहीं रवींद्र जडेजा ने नाबाद 175 रन बनाए। जडेजा इस मैच में दोहरा शतक जड़ते इससे पहले भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने पहली पारी घोषित कर दी। अब इसी फैसले को लेकर सोशल मीडिया पर नेटीजन्स भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ को कोस रहे हैं और उनपर मीम बना रहे हैं।

ये सब इसलिए क्योंकि ये पहली बार नहीं है जब किसी भारतीय क्रिकेटर को दोहरा शतक मारने से रोक दिया गया हो। साल 2004 में यही दृश्य पूरी दुनिया ने तब देखा था जब मुल्तान टेस्ट के दौरान राहुल द्रविड़ ने सचिन तेंदुलकर के 194 रन बनाने पर पूरी पारी को खत्म कर दिया था। 

अब उसी वाकये को याद कर करके लोग रोहित शर्मा को द्रविड़ और जडेजा को सचिन तेंदुलकर बता रहे हैं। दोनों का चेहरा एडिट करके तमाम मीम बन रहे हैं। कोई ये दिखा रहा है कि कैसे रोहित शर्मा ने इस फैसले को लेकर द्रविड़ द्वारा शुरू की गई रीत को आगे बढ़ाया तो कोई ये दिखा रहा है कि शर्मा के इस फैसले ने द्रविड़ की गर्दन को जिराफ जितना ऊँचा कर दिया है।

मीम में राहुल द्रविड़ की तस्वीर और रोहित शर्मा की तस्वीरों का प्रयोग करके दिखाया जा रहा है कि भले ही रोहित शर्मा ने पारी डिक्लेयर की है, लेकिन ये फैसला राहुल द्रविड़ का है। यूजर्स का पूछना है कि आखिर जडेजा को 25 और रन क्यों नहीं बनाने दिए गए। वो इस तरह 200 रन हर बार नहीं बना सकते। ये सिर्फ मैच का दूसरा ही दिन था। सच में निराशजनक।

नेटीजन्स का कहना है कि रोहित शर्मा का ये फैसला द्रविड़ से प्रेरित है। सोशल मीडिया पर देख सकते हैं हर क्रिएटिव ढंग से द्रविड़ को ट्रोल किया जा रहा है। लोगों का तर्क है कि जब सचिन का दोहरा शतक रोका गया तब द्रविड़ कप्तान थे और जब जडेजा का दोहरा शतक रोका गया तो वो कोच हैं। उनका पूछना है कि जब कोई खिलाड़ी दोहरा शतक बनाने वाला होता है तब क्यों द्रविड़ पारी खत्म करवा देते हैं।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

कौन हैं संत चिन्मय कृष्ण दास प्रभु जिन्हें बांग्लादेश ने ‘देशद्रोह’ में किया गिरफ्तार, रिहाई की माँग कर रहे हिंदुओं पर भी हमला: इस्कॉन...

चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को सोमवार (25 नवंबर 2024) को ढाका के हजरत शाह जलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया गया।

जब 3 दिनों तक पाकिस्तानी आतंकियों ने मुंबई को बनाया बंधक, 26/11 के बलिदानियों को बरसी पर राष्ट्र का नमन

मुंबई पर हुए हमले में 160 से अधिक लोग मारे गए थे। इस हमले को रोकने के लिए NSG, ATS और पुलिस के कई जवान बलिदान हो गए थे।
- विज्ञापन -