उत्तर प्रदेश के संभल जिले के खग्गूसराय में काँवड़ियों के साथ अभद्रता करने का मामला सामने आया है। रिपोर्ट्स के अनुसार हरिद्वार से लौट रहे काँवड़ यात्रियों पर संभल में छतों से थूका गया, उनके ऊपर पत्थर फेंके गए और उनका रास्ता तक रोक दिया गया। जब काँवड़ियों ने इसका विरोध किया तो हंगामा शुरू हो गया। पुलिस के होने के बावजूद बवाल चला। दो पक्षों में झड़प हुई। काँवड़ियों ने आरोप लगाया कि समुदाय विशेष ने उनकी काँवड़ को खंडित किया।
आजतक की रिपोर्ट में देख सकते हैं कि कैसे काँवड़िए नाराज होकर प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं पुलिस के आला अधिकारी उन्हें समझाने में लगे हैं। काँवड़िए बता रहे हैं कि वो लोग लौट रहे थे तो उनके ऊपर पत्थर फेंके गए। उन लोगों के मुताबिक उन्होंने अपने ऊपर हुए पथराव की वीडियो भी बनाई है।
भाजपा नेता राजेश सिंघल ने घटना को लेकर कहा, “कुछ अज्ञात सांप्रदायिक तत्वों द्वारा संभल के माहौल को बिगाड़ने की दृष्टि से काँवड़ के लोगों को रोका गया और उनके ऊपर पथराव किया गया।”
सिंघल कहते हैं कि जब उन्हें इस बात का पता चला तो वह भी मौके पर पहुँचे और काँवड़ियों को समझाने का प्रयास किया। इसके बाद सभी काँवड़ियों को उनके गाँव तक प्रशासन द्वारा पहुँचाया गया। भाजपा नेता ने कहा कि काँवड़ियों ने आरोपितों की गिरफ्तारी की बात की है और वह भी चाहते हैं कि प्रशासन उन लोगों के विरुद्ध कदम उठाए जिन्होंने इस माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की है।
संभल एसपी चक्रेश मिश्रा ने इस मामले में कहा कि काँवड़ियों द्वारा आरोप लगाया गया कि उनको ऐसा लगा कि छत पर से किसी ने पानी फेंका या थूक फेंका है। चूँकि उस समय पुलिस मौके पर मौजूद थी तो सबको समझाकर आगे बढ़ाया गया। लेकिन उनकी शिकायत पर आईपीसी की धारा 153 ए, 295, 336 में एफआईआर पंजीकृत कर ली गई है।
काँवड़ियों पर हुए हमले की घटनाएँ
बता दें कि काँवड़ियों की काँवड़ खंडित करने का ये प्रयास पहला नहीं है। 19 जुलाई को मुस्लिम बहुल सीलमपुर इलाके में हरिद्वार से राजस्थान जा रहे काँवड़ यात्रा पर किसी ने मांस का टुकड़ा फेंक दिया था। घटना शाम के वक्त हुई, जिसके बाद काँवड़ यात्रा कर रहे श्रद्धालुओं ने एक घंटे तक सड़क जाम कर दिया था।
इसके बाद यूपी के मेरठ में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के लिए मुस्लिम समुदायके युवकों ने काँवड़ियों पर थूक दिया। इससे काँवड़िए भड़क गए और युवक को जमकर कर पीट दिया। बाद में पुलिस ने मामले को शांत कराया। घटना 22 जुलाई को मेरठ में हुई। घटना के बाद काँवड़ियों ने सड़क जाम कर पुलिस से कार्रवाई की माँग की।
मुरादाबाद के इब्राहिमपुर गाँव में भी ऐसी ही घटना घटी जहाँ मुस्लिम महिलाओं के एक समूह ने काँवड़ियों को इब्राहिमपुर में आगे बढ़ने से चारपाई लगाकर रोक दिया। उन्होंने सड़क पर खाट बिछा दी और माँग की कि काँवड़िए वापस जाएँ और निर्धारित मार्ग का पालन करें। यहाँ, महिलाओं ने जिन काँवड़ियों को रोका, वे उसी इब्राहिमपुर गाँव के ही थे।