Monday, December 23, 2024
Homeराजनीति'Pak को कश्मीर देने को तैयार हो गए थे सरदार पटेल, नेहरू की वजह...

‘Pak को कश्मीर देने को तैयार हो गए थे सरदार पटेल, नेहरू की वजह से ये भारत के पक्ष में आया’

“हम कहना चाहते हैं कि हमने कश्मीर जीता था और आप कश्मीर हार गए। कश्मीर के शासक अगर भारत में शामिल होना चाह रहे थे तो इसकी वजह नेहरू ही थे।”

जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 का ‘पॉवर’ खत्म किए जाने के बाद राज्यसभा में बहस के दौरान कॉन्ग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल ने सरदार पटेल पर विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा, ”हम समझते हैं कि नेहरू की वजह से कश्मीर हमारे पक्ष में आया। अगर रेडक्लिफ अवॉर्ड न होता और गुरदासपुर हमारे पास न होता और मैजॉरिटी का सिद्धांत माना जाता तो शायद यह राज्य हमारे पक्ष में न आता। उस वक्त सरदार पटेल होम मिनिस्टर थे और वही यहाँ 370 लेकर आए।”

सिब्बल के इस बयान के बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया और भाजपा ने उनके बयान के मद्देनजर उन्हें सदन की कार्यवाही से बाहर भेजने की बात कही। इतना ही नहीं, सभापति वैंकया नाडडू ने भी कपिल सिब्बल को सलाह दी कि उन्हें जवाहरलाल नेहरू और सरदार पटेल के बारे में इस तरह की बात नहीं करनी चाहिए।

गौरतलब है कि अपना बयान देते हुए सिब्बल सिर्फ़ यही नहीं रुके, उन्होंने यहाँ तक कह दिया कि सरदार पटेल तो पाकिस्तान को जम्मू-कश्मीर को देने को तैयार हो गए थे। लेकिन कश्मीर के शासक अगर भारत में शामिल होना चाह रहे थे तो इसकी वजह नेहरू ही थे। उन्होंने मोदी सरकार पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हम कहना चाहते हैं कि हमने कश्मीर जीता था और आप कश्मीर हार गए।”

सरदार पटेल पर होती इस तरह की टिप्पणी का भाजपा ने तीखा विरोध किया। भाजपा नेता और पार्टी के राष्ट्रीय मुख्य सचिव भूपेन्द्र यादव ने सिब्बल की टिप्पणी पर उन्हें सदन की कार्यवाही से बाहर निकालने की बात रखी। साथ ही उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस जम्मू-कश्मीर मसले पर सरदार पटेल को लेकर अपना मत स्पष्ट करे। सभापति वैंकया नायडू ने भी इस दौरान कॉन्ग्रेस नेता को समझाया कि उन्हें नेहरू-पटेल के बारे में ऐसी बात नहीं करनी चाहिए।

बता दें कि कपिल सिब्बल ने इस बहस में ये भी कहा, “370 इतिहास पर धब्बा था या फिर हमारे संविधान की आत्मा को खत्म करने की कोशिश, ये तो इतिहास ही बताएगा।” इसके अलावा उन्होंने 370 हटाने और जम्मू कश्मीर को दो केंद्र शाषित प्रदेशों में विभाजित करने के फैसले को जल्दबाजी बताया।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

केरल के सरकारी स्कूल में मन रहा था क्रिसमस, हिंदू कार्यकर्ताओं ने पूछा- जन्माष्टमी क्यों नहीं मनाते: टीचरों ने लगाया अभद्रता का आरोप, पुलिस...

केरल के एक सरकारी स्कूल में क्रिसमस मनाए जाने पर कुछ हिन्दू कार्यकर्ताओं ने सवाल उठाए। इसके बाद उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

जिन 3 खालिस्तानी आतंकियों ने गुरदासपुर पुलिस चौकी पर फेंके थे ग्रेनेड, उनका UP के पीलीभीत में एनकाउंटर: 2 एके-47 के साथ ग्रोक पिस्टल...

इस ऑपरेशन को यूपी और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम ने अंजाम दिया। मारे गए आतंकियों की पहचान गुरविंदर सिंह, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि और जसप्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह के रूप में हुई है।
- विज्ञापन -