Sunday, September 8, 2024
Homeदेश-समाजराम मंदिर पर रोजाना सुनवाई नहीं रुकेगी, आप Mid-Week ब्रेक ले लेना: SC की...

राम मंदिर पर रोजाना सुनवाई नहीं रुकेगी, आप Mid-Week ब्रेक ले लेना: SC की मुस्लिम पक्षकार को 2 टूक

मुस्लिम पक्षकार ने प्रतिदिन सुनवाई को 'टॉर्चर' बताया था। वकील राजीव धवन ने मामले की सप्ताह में पॉंच दिन सुनवाई करने के फैसले पर आपत्ति जताई थी।

सुप्रीम कोर्ट ने रोजाना सुनवाई पर बाबरी मस्जिद पक्ष की माँग ठुकरा दी है। अदालत ने कहा है कि राम मंदिर मुद्दे की रोजाना सुनवाई (सप्ताह में 5 दिन) जारी रहेगी। सुप्रीम कोर्ट ने बाबरी मस्जिद पक्ष के वकील राजीव धवन से कहा कि अगर वो आराम करना चाहते हैं तो उन्हें मिड-वीक ब्रेक दिया जाएगा लेकिन बेंच सुनवाई जारी रखेगी। मुस्लिम पक्षकार ने प्रतिदिन सुनवाई को ‘टॉर्चर’ बताया था।

बता दें कि मुस्लिम पक्षकारों के वकील राजीव धवन ने मामले की सप्ताह में पॉंच दिन सुनवाई करने के फैसले पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कोर्ट से पाँच दिन सुनवाई पर स्थिति स्पष्ट करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि अगर इतनी तेज सुनवाई हुई तो उनके लिए न्यायालय में पैरवी कर पाना संभव नहीं होगा।

धवन ने कहा था, “यदि इस मामले पर कोर्ट में हफ्ते में पाँच दिन सुनवाई होती है तो यह अमानवीय होगा।” उनके मुताबिक हमें दिन रात अनुवाद के कागज पढ़ने और अन्य तैयारियाँ करनी पड़ती हैं। ऐसे में रोजाना सुनवाई में दलीलें रखने में मैं असमर्थ हूँ। इस स्थिति में वह अदालत की तेजी के साथ तालमेल नहीं बिठा पाएँगे और वे केस छोड़ने को मजबूर होंगे।

बीते दिन पीठ ने अयोध्या मामले में रोजाना सुनवाई का फैसला लिया था। इससे पहले परंपरा के अनुसार मंगलवार, बुधवार और गुरुवार को ही मामले की सुनवाई तय की गई थी। लेकिन गुरुवार को कोर्ट ने तय किया कि इस केस की सुनवाई हफ्ते के पाँचों दिन होगी। 


Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

ग्रामीण और रिश्तेदार कहते थे – अनाथालय में छोड़ आओ; आज उसी लड़की ने माँ-बाप की बेची हुई जमीन वापस खरीद कर लौटाई, पेरिस...

दीप्ति की प्रतिभा का पता कोच एन. रमेश को तब चला जब वह 15 वर्ष की थीं और उसके बाद से उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही किया है।

शेख हसीना का घर अब बनेगा ‘जुलाई क्रांति’ का स्मारक: उपद्रव के संग्रहण में क्या ब्रा-ब्लाउज लहराने वाली तस्वीरें भी लगेंगी?

यूनुस की अगुवाई में 5 सितंबर 2024 को सलाहकार परिषद की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इसे "जुलाई क्रांति स्मारक संग्रहालय" के रूप में परिवर्तित किया जाएगा।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -