बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में गैंगरेप और हत्या का मामला सामने आया है। आरोपितों ने 6वीं कक्षा में पढ़ने वाली 13 वर्षीय किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद हत्या कर दी। उसकी आँखें फोड़कर शव को नदी किनारे मगरमच्छों के इलाके में गड्ढा खोदकर गाड़ दिया। पुलिस ने आफताब, शाहिद समेत कुल 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सामूहिक दुष्कर्म और हत्या की यह घटना पश्चिम चंपारण जिले के पठखौली ओपी थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गाँव की है। आरोपितों ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद किशोरी की आँखें फोड़ दीं। इसके बाद हत्या कर शव को 7 फीट लंबे और 4 फिट चौड़े गड्ढे में गाड़ दिया था। मृतक किशोरी गुरुवार (15 दिसंबर 2022) से लापता थी।
मृतका की माँ ने पुलिस को दिए आवेदन में कहा है कि चारा दिलाने के नाम पर पोखरभिंडा निवासी जितेंद्र यादव मृतक किशोरी को अपने घर ले गया था। इसके अलावा, उन्होंने नरवल गाँव निवासी लड्डू आलम, नूर आलम, सदरे आलम और आफताब आलम व मंझरिया गाँव निवासी शाहिद अंसारी पर भी नामजद केस दर्ज कराया है।
किशोरी के परिजनों का कहना है कि नदी किनारे जब उन्हें शव मिला तो उसकी आँखें फूटी हुई थीं और गले में गन्ने का हरा पत्ता लिपटा था। गन्ने के पत्ते से ही उसका गला दबाकर मारा गया है।
गाँव के लोगों का कहना है कि गैंगरेप के बाद किशोरी की हत्या की गई थी। फिर, शव को छिपाने के लिए नदी के किनारे गाड़ दिया था। शव पर किसी का ध्यान न जाए और जानवर भी बाहर न निकालें, इसलिए गड्ढे के ऊपर कटीली झाड़ियाँ लगा दी थीं। नदी किनारे जिस जगह पर शव को गाड़ा गया था, वह मगरमच्छों का एरिया है। नदी किनारे बहुत कम लोग जाते हैं।
दुष्कर्म के बाद फोड़ दी थीं आँखें…
किशोरी का शव अर्धनग्न अवस्था में गड्ढे से निकाला गया है। आरोपितों ने उसकी आँखें फोड़ दी थीं और मुँह में लकड़ी ठूँस दी थीं। साथ ही, शव पर मारपीट करने व चेहरे को पैर से दबाने के भी निशान मिले हैं।
सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के इस मामले में बगहा एसडीपीओ कैलाश प्रसाद का कहना है कि मृतक किशोरी के परिवार वालों के आवेदन पर पठखौली ओपी में अपहरण के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई थी। शव मिलने के बाद अब दुष्कर्म और हत्या की धाराओं में केस दर्ज हुआ है। इसमें कुल छह लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गई है। आरोपितों की गिरफ्तारी के पुलिस टीम काम कर रही है। जल्द ही सभी आरोपित गिरफ्तार होंगे।