इस्लामिक आतंकवाद को प्रश्रय देने वाला पाकिस्तान (Pakistan) अब खुद उसकी आग में जल रहा है। इस बात का अहसास पाकिस्तान के हुक्मरानों को तो काफी लंबे समय से होने लगा था, लेकिन अब वे इसे खुलकर स्वीकार करने लगे हैं। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की उनकी सरकारों ने आतंकवाद को बढ़ावा दिया।
पाकिस्तान के रक्षामंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि जिस आतंकवाद की बीज कभी पाकिस्तान ने बोया था, अब उसका दंश उसे झेलना पड़ रहा है। दो दिन पहले पेशावर की एक मस्जिद में हुए आत्मघाती महले (Peshawar Suicide Blast) में 100 से अधिक लोगों की मौत के बाद पाकिस्तान की ओर से यह बयान आया है।
पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली में बोलते हुए ख्वाजा आसिफ ने कहा, “मैं लंबे समय तक नहीं बोलूँगा, लेकिन मैं संक्षेप में कहूँगा कि शुरुआत में हमने आतंकवाद के बीज बोए।… भारत या इजरायल में भी नमाज के दौरान कोई शहीद नहीं हुआ, लेकिन पाकिस्तान में ऐसा हुआ।”
उन्होंने मुल्क के सभी राजनीतिक दलों से आतंक के खिलाफ एकजुट होने की अपील करते हुए कहा, “आतंकवाद किसी भी धर्म या संप्रदाय के बीच अंतर नहीं करता। धर्म के नाम पर आतंकवाद का इस्तेमाल बहुमूल्य जान लेने के लिए किया जाता है।”
ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पिछले डेढ़ सालों में 4,50,000 अफगान वैध दस्तावेजों पर पाकिस्तान आए और वे वापस नहीं गए। ये आधिकारिक आँकड़े हैं। उन्होंने कहा, “इनमें कौन आतंकवादी है और कौन नहीं, इस बारे में मैं कुछ नहीं कह सकता।” मंत्री ने कहा कि देश भर के छोटे शहरों में अफगान शरणार्थी मौजूद हैं।
पाकिस्तान के गृह मंत्री राणा सनाउल्ला ने कहा कि देश में मुल्क में आतंकवाद के खतरे के लिए पिछली सरकारों की नीतियाँ जिम्मेदार हैं। सोवियत संघ के खिलाफ अफगानिस्तान की जंग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “हमने मुजाहिदीन तैयार किये थे, लेकिन वे आतंकवादी बन गये हैं।”
बता दें कि सोमवार (30 जनवरी 2023) को पेशावर की एक मस्जिद में 300-400 पुलिसकर्मी नमाज के लिए मौजूद थे। इसी दौरान आतंकियों ने आत्मघाती हमला कर दिया। इसमें 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई। वहीं, इसमें सैकड़ों लोग घायल हैं।
हमले के बाद आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की माँग देश में उठ रही है। बुधवार (1 फरवरी 2023) को पुलिसकर्मियों ने रैली निकालकर मामले की निष्पक्ष जाँच की माँग की। इस मामले में अब 17 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है।