प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (20 जून, 2023) को अमेरिका की राजकीय यात्रा पर रवाना हुए। वह 21-24 तक अमेरिका में रहेंगे। इस यात्रा में वह अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समेत कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेते हुए 22 जून को दूसरी बार अमेरिकी संसद को संबोधित करेंगे। PM मोदी से पहले किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री ने अमेरिकी संसद को 2 बार संबोधित नहीं किया है।
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— PMO India (@PMOIndia) June 20, 2023
पीएम मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन और प्रथम महिला जिल बायडेन के आमंत्रण पर अमेरिका की यात्रा पर निकले हैं। यह उनकी पहली राजकीय यात्रा है। बतौर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने 9 वर्ष के कार्यकाल में 11 देशों की संसद को संबोधित किया है। साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने सबसे पहले भूटान की संसद को संबोधित किया था। इसके बाद उसी साल नेपाल, ऑस्ट्रेलिया और फिजी की संसद में भी प्रधानमंत्री ने भाषण दिया था।
वहीं, साल 2015 में PM मोदी ने श्रीलंका, मंगोलिया, ब्रिटेन और अफगानिस्तान की संसद को संबोधित किया था। इसके बाद साल 2016 में प्रधानमंत्री ने अमेरिकी संसद में संबोधन दिया था। वहीं, साल 2018 में युगांडा और फिर साल 2019 में मालदीव की संसद को संबोधित किया था। अब आगामी 22 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दूसरी बार अमेरिकी संसद को संबोधित करेंगे।
नेहरू, इंदिरा, मनमोहन से कहीं आगे PM मोदी
भारत के कई प्रधानमंत्री विदेशी संसद को संबोधित कर चुके हैं। हालाँकि, इस मामले में पीएम नरेंद्र मोदी कहीं आगे हैं। वास्तव में प्रधानमंत्री मोदी 12वीं बार विदेशी संसद को संबोधित करेंगे। इस मामले में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का नंबर दूसरे स्थान पर हैं। मनमोहन सिंह ने 7 बार विदेशी संसद को संबोधित किया था।
इसके अलावा, इंदिरा गाँधी तीसरे नंबर हैं, उन्होंने 4 बार विदेशी संसद को संबोधित किया था। इसके बाद जवाहर लाल नेहरू का नाम आता है। जिन्होंने 3 बार विदेशी संसद में भाषण दिया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और राजीव गाँधी ने 2-2 बार विदेशी संसद में उद्बोधन दिया था। इसके अलावा, मोरारजी देसाई और वीपी सिंह ने बतौर प्रधानमंत्री 1-1 बार विदेशी संसद को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री मोदी की पहली राजकीय यात्रा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 9 सालों के कार्यकाल में 7 बार अमेरिका जा चुके हैं। यह उनकी 8वीं यात्रा होगी। दोनों देशों के संबंधों को लेकर यह यात्रा काफी महत्वपूर्ण है। लेकिन इस यात्रा की खासबात यह है कि यह यात्रा PM मोदी की पहली राजकीय यात्रा है। ऐसे में दुनियाभर की नजर पीएम मोदी की इस यात्रा पर होगी। राजकीय यात्रा का मतलब यह है कि प्रधानमंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति जो बायडेन के आधिकारिक निमंत्रण पर अमेरिका की यात्रा पर जाएँगे।
अमेरिका की राजकीय यात्रा कई मायनों में बहुत खास होती है। प्रसिद्ध अमेरिकी इतिहासकार और डेविड एम रुबेनस्टीन नेशनल सेंटर फॉर व्हाइट हाउस हिस्ट्री के उपाध्यक्ष और अंतरिम निदेशक मैथ्यू कॉस्टेलो ने कहा है कि किसी भी राजकीय यात्रा को लेकर व्हाइट हाउस (अमेरिका का राष्ट्रपति भवन) 6 महीने पहले ही तैयारियाँ शुरू कर देता है।
बता दें कि अमेरिका में किसी भी राष्ट्रपति का कार्यकाल 4 सालों का होता है। इसमें वह सिर्फ एक बार ही किसी भी नेता को राजकीय यात्रा के लिए निमंत्रण दे सकता है। जो बायडेन ने यह सम्मान भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया है। इस दौरे पर बायडेन और मोदी के बीच उपहारों का आदान-प्रदान होगा। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी को 21 तोपों की सलामी भी दी जा सकती है।