देश-समाज
जहाँ से निकला ‘सत्यमेव जयते’ वहाँ भी घुस गए ईसाई मिशनरी, प्राचीन मंदिर और मूर्ति वाली जमीन पर क्रॉस वाले मंच से सज रहा...
नदी से घिरा एक निर्जन द्वीप। एक तपोभूमि, जहाँ आज भी मिलते हैं प्राचीन मंदिर और मूर्तियों के अवशेष, वहाँ भी ईसाई मिशनरियों ने छोड़ी छाप।
अजीत झा -
राजनीति
कॉन्ग्रेस, ईसाई मिशनरी और मशीनरी… ‘राष्ट्रपति के संतान’ सबसे त्रस्त: जहाँ मंत्री ‘जमीनखोर’, वहाँ जनजातीय समाज को कौन बचाए
सनातन को समर्पित पहाड़ी कोरबा की जमीनों पर छत्तीसगढ़ में संकट है। ईसाई मिशनरी ही नहीं, कॉन्ग्रेस के नेता भी उनका शिकार कर रहे हैं।
अजीत झा -
राजनैतिक मुद्दे
हिंदुओं का आरक्षण खा रहे ‘क्रिप्टो क्रिश्चियन’, भारत माता को बीमारी बताता पादरी: क्या कन्याकुमारी में मिशनरी साजिशों के खिलाफ भारत को जोड़ेगे राहुल...
कन्याकुमारी के हिंदुओं का हक 'क्रिप्टो क्रिश्चियन' छीन रहे हैं। क्या इनके खिलाफ लड़ाई में भारत को जोड़ पाएँगे राहुल गाँधी?
अजीत झा -
राजनैतिक मुद्दे
क्या 2024 से पहले जमीन का मिजाज बदल देंगे राजनीति के ‘पलटू’ और ‘पप्पू’?
नरेंद्र मोदी आज भी आम जनता की उम्मीदों के नायक हैं। ऐसे में 'पलटू' और 'पप्पू' जैसी छवि से उनको टक्कर नहीं दी जा सकती।
अजीत झा -
हास्य-व्यंग्य-कटाक्ष
झूठे निकले ओपीइंडिया के सूत्र, रवीश कुमार ने इस्तीफे से मना किया: जीरो टीआरपी एंकर ने कहा- अडानी की नौकरी मुझे मंजूर
यह भी दावा है कि रवीश कुमार ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें अडानी की नौकरी भी मंजूर है।
अजीत झा -
राजनैतिक मुद्दे
क्या लोकसभा चुनाव में मोदी से मुकाबिल होंगे केजरीवाल: ‘मिशन 2024’ AAP का हसीन ख्वाब या विपक्षी गोलबंदी रोकने की BJP की चाल
क्या 2024 में बीजेपी के मुकाबिल होगी आप? क्या दोनों पार्टियों के बीच पर्दे के पीछे हुई है डील? क्या अगले लोकसभा चुनाव के लिए 'हिडेन प्लान' पर काम कर रही बीजेपी?
अजीत झा -
सामाजिक मुद्दे
जरा याद उन्हें भी कर लो… जो नहीं रहे, क्योंकि वे हिंदू थे: उस सूची के 75 नाम, जिसका नहीं दिख रहा कोई पूर्ण...
हम न इन हिंदुओं को भूले थे, न भूलेंगे। आपको भी बार-बार, तब तक इनकी याद दिलाते रहेंगे, जब तक आप इस खतरे में घिरे हैं।
अजीत झा -
राजनीति
बात थी 10 लाख रोजगार की, जवाब में ‘चोटी-चिरकुट’ ले आए तेजस्वी यादवः क्या बिहार को याद दिला रहे ‘भूरा बाल साफ करो’
राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप कोई नई बात नहीं। नेताओं की भाषा में गिरावट भी मुद्दा नहीं रही। लेकिन तेजस्वी यादव ने जैसे गिरिराज सिंह की 'चोटी' को निशाना बनाया है, बिहार के लिए उसके मायने गहरे हैं।
अजीत झा -