Friday, April 19, 2024
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अजीत झा

देसिल बयना सब जन मिट्ठा

आदिपुरुष के सवालों पर सनातनी पर्दा: शुक्ला का मुंतशिर होना नहीं है सनातन, इसलिए धंधे के लिए धर्म का इस्तेमाल बंद करो

जिनको लगता है कि सवाल बेवजह हैं, प्रोपेगेंडा से जुड़े हैं, उन बुद्धिजीवियों को समझना चाहिए कि आदिपुरुष पर सवाल हमारा दृष्टि दोष नहीं, आपकी बुद्धि भ्रष्ट होना है।

मंदिर में नमाज गंगा-जमुनी तहजीब, कर्नाटक के बीदर में पारंपरिक दशहरा पूजा मस्जिद-मुस्लिमों पर हमला: इस्लामी प्रलाप कब तक भोगते रहेंगे हिंदू

कर्नाटक के बीदर में दशहरा पूजा की जो परिपाटी निजाम काल से चल रही है, उस पर इस्लामी प्रलाप चल रहा है। इसके दबाव में पुलिस ने 9 हिंदुओं पर एफआईआर की है।

‘जिस सरना को अपवित्र किया, वहीं पुरखों के धर्म में लौटूँगा’: ईसाई बना भूत-प्रेत भगाने के नाम पर कैथोलिक संस्था ने हड़पी जमीन, अब...

छत्तीसगढ़ में ऐसे कई क्लेमेंट लकड़ा हैं जो ईसाई संस्थाओं से प्रताड़ित हैं। जिनके पुरखों को धर्मांतरित कर अपनी ही जमीन से बेदखल कर दिया गया।

सालभर बाद भी कवर्धा के घाव हरे: मुस्लिम तुष्टिकरण में जुटी बघेल सरकार, हिंदू आज भी पूछ रहे- पुलिस के सामने तलवार लहराने वाले...

कवर्धा में मंदिर के ऊपर लगे भगवा ध्वज को 2021 में 3 अक्टूबर को ही इस्लामी कट्टरपंथियों ने फाड़ दिया था। हिंदू युवक की पिटाई की थी। जानिए सालभर बाद कैसा है कवर्धा का हाल।

ईसाइयों का लव जिहाद ऐसे: हिंदू लड़की को 4 महीने के भीतर आशीष से 2 बार करनी पड़ी शादी, फिर भी न धर्म बचा-न...

आशीष पात्रे ईसाई है। लेकिन खुद को हिंदू बता आभा से शादी की। फिर जबर्दस्ती धर्म परिवर्तन करवाया। छत्तीसगढ़ पुलिस ने सामान्य केस बना आभा को उसके हाल पर छोड़ा।

धर्म ही नहीं जमीन भी गँवा रहे हिंदू: कब्जे की भूमि पर चर्च-कब्रिस्तान से लेकर मिशनरी स्कूल तक, पहाड़ों का भी हो रहा धर्मांतरण

जमीनी स्थिति भयावह है। सरकारी से लेकर जनजातीय समाज की जमीनों पर ईसाई मिशनरियों का कब्जा है। अदालती आदेशों के बाद भी जमीन खाली नहीं हो रहे।

भारत जोड़ो यात्रा पर आंदोलनजीवी, हसदेव अरण्य की कौन सुने: राहुल गाँधी और कॉन्ग्रेस के राजनीतिक दोगलेपन से लड़ रहे सरगुजा के ST

राहुल गाँधी जिन्हें दिल्ली में 'मोदी का यार' बताते हैं, कॉन्ग्रेस की सरकारें अपने प्रदेश में उनकी ही एजेंट बनी हुई हैं। यही हसदेव अरण्य का दुर्भाग्य है।

कैसा है वह ‘साहेब कोना’ जहाँ पहली बार हिंदू बने ईसाई: 1906 में जहाँ से भागे थे पादरी, 2022 में हमें भागना पड़ा

छत्तीसगढ़ के खड़कोना में 1906 में पहली बार हिंदुओं का धर्मांतरण हुआ। उसके बाद जो सिलसिला शुरू हुआ, उसने जशपुर को ईसाई धर्मांतरण के बड़े केंद्र में बदल दिया।

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