Monday, November 25, 2024

विविध विषय

सबरीमाला कोई पब्लिक प्लेस नहीं, हिन्दुओं का पवित्र स्थल: संघ प्रमुख के बयान के मायने

संघ प्रमुख का मानना है कि यह समस्या किसी एक मंदिर, पंथ या राज्य की नहीं है बल्कि अन्य मंदिरों पर भी इसके दूरगामी परिणाम होंगे। यह वामपंथी ताक़तों के ख़िलाफ़ पूरे देश की लड़ाई है।

बजट 2019ः मोदी सरकार के बीते 5 सालों के बजट का सफ़र

साल 2014 से लेकर अब तक हर बार बजट में मोदी सरकार ने कुछ-न-कुछ ऐसा किया है, जिसका सीधा लाभ आम जनता तक पहुँचा है। इस बार के बजट ने तो सबको खुश कर दिया।

भारतीय थलसेना का पुनर्गठन: कोल्ड स्टार्ट डॉक्ट्रिन और इंटीग्रेटेड बैटल ग्रुप

चार महत्वपूर्ण रिपोर्ट जनरल रावत और रक्षा मंत्रालय को सौंप दिए गए हैं। यदि इनपर अमल किया जाता है तो विगत 35 वर्षों में किया गया यह सबसे महत्वपूर्ण सैन्य सुधार होगा।

‘मणिकर्णिका’ आजकल के समीक्षकों के संकीर्ण दायरों से परे है

राजनैतिक अंधविरोध में पागल हो चुके समीक्षकों को आजकल सबकुछ उलटा ही नज़र आता है, जिसके परिणामस्वरूप हो सकता है कि उन्हें अंग्रेज़ों की पितृसत्तात्मकता 'कूल' लगी हो और रानी का विधवा आडंबरों को धता बताना रास न आया हो।

भ्रष्टाचार पर मोदी सरकार का वार: अगस्ता वेस्टलैंड मामले में 2 दलाल पकड़ाए, आज कोर्ट में पेशी

ईडी के अनुसार, सक्सेना, उसकी पत्नी और दुबई स्थित उसकी दो फर्मों ने धन शोधन किया है। सक्सेना और तलवार को पटियाला कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है।

इज़राइल से ₹5,700 करोड़ में दो AWACS ख़रीदेगा भारत

इज़राइल भारत के शीर्ष हथियार आपूर्तिकर्ता देशों में से एक है। भारतीय सेना इस स्थिति को मज़बूत करते हुए इज़राइल से अतिरिक्त हेरॉन (Heron) और हारोप (Harop) भी ख़रीदना चाहती है।

21 फरवरी से राम मंदिर निर्माण होगा शुरू, धर्म संसद का निर्णय

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा, "मंदिर एक दिन में नहीं बनेगा, लेकिन जब शुरू होगा तभी तो बनेगा। इसलिए 21 फरवरी को शिलान्यास के जरिए मंदिर का निर्माण शुरू होगा।"

एक वीर और भी था… गाँधीजी के साथ जिनकी पुण्यतिथि हर वर्ष मनाई जानी चाहिए

उनका एक हाथ जा चुका था। एक ही आँख से देख पाते थे, दूसरी युद्ध की बलि चढ़ गई थी। एक ही पाँव से ठीक से चल पाते थे, दूसरा अपाहिज हो चुका था। फिर भी...

सिर्फ आतंकवाद या Pak ही नहीं, भारत को है और भी ‘खतरा’: USA की ख़ुफ़िया वार्षिक रिपोर्ट

USA की World Threat Assessment रिपोर्ट का विस्तृत विश्लेषण। इस रिपोर्ट में भारतीय लोकसभा चुनाव से लेकर आतंकवाद और भारत-चीन, भारत-पाकिस्तान रिश्ते पर बात की गई है।

क्या गाँधी की हत्या को रोका जा सकता था? कौन से लूपहोल्स थे? क्यों हो गए थे अपने ही लोग लापरवाह?

26 जनवरी 1948 की रात को थाने स्टेशन पर नाथूराम, आप्टे और करकरे मिले, जहाँ गोडसे ने पाहवा द्वारा उनके नाम उजागर कर देने की बात भी कही। उसके विचार में अब 9-10 के ग्रुप में चलने की मूल योजना ग़लत थी। अतः गोडसे अब बार-बार कहने लगा कि गाँधी की हत्या वही करेगा।

ताज़ा ख़बरें

प्रचलित ख़बरें