Friday, May 3, 2024
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सुरजेवाला ने नेपाल की तस्वीर को भारत की बता फैलाया झूठ, लोगों ने कॉन्ग्रेसी प्रोपेगेंडा का कर दिया फैक्ट चेक

रणदीप सुरजेवाला के ट्वीट करते ही लोगों ने बता दिया कि यह तस्वीर भारत का नहीं, बल्कि नेपाल के नेपालगंज का है। वो भी 2014 का। यूजर्स ने न्यू इंडिया में रणदीप सुरजेवाला का झूठ लिखकर इसका खुलासा किया और साथ ही यह भी सवाल किया कि क्यों कॉन्ग्रेस नेपाल की पुरानी तस्वीर का इस्तेमाल करके भारत को शर्मिंदा करना चाहती है?

इस समय पूरा देश कोरोना वायरस की महामारी से जूझ रहा है, लेकिन कॉन्ग्रेस पार्टी इस समय भी झूठी और फर्जी खबरें फैलाकर ओछी राजनीति करने से बाज नहीं आ रही है।

कॉन्ग्रेस पार्टी इस समय देश के विभिन्न हिस्सों में फँसे प्रवासी मजदूरों को घर पहुँचाने को लेकर राजनीति करने में मशगूल है और इसी राजनीति की आड़ में वो अपना फेक प्रोपेगेंडा भी चला रही है।

कॉन्ग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी सरकार को नीचा दिखाने के लिए मंगलवार (मई 19, 2020) अपने ट्विटर अकाउंट से एक तस्वीर शेयर किया। उन्होंने इस तस्वीर को कैप्शन दिया, “न्यू इंडिया का सच!” इस तस्वीर में एक महिला अपने बच्चे को पीठ पर बाँधे साइकल से जा रही है।

सुरजेवाला इस फोटो के माध्यम से ये दिखाना चाह रहे थे कि भारत में ऐसी स्थिति आ गई है कि अब महिलाओं को इस तरह से अपने घर जाना पड़ रहा है। सुरजेवाला यह संदेश देना चाह रहे थे कि राज्यों में प्रवासियों को अपने घर जाने में किस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मगर उसका झूठ कुछ ही देर में खुलकर सामने आ गया और फिर सुरजेवाला को ट्वीट डिलीट करते भी देर नहीं लगी, क्योंकि उनका झूठ पकड़ा जा चुका था।

रणदीप सुरजेवाला के ट्वीट करते ही लोगों ने बता दिया कि यह तस्वीर भारत का नहीं, बल्कि नेपाल के नेपालगंज का है। वो भी 2014 का। यूजर्स ने न्यू इंडिया में रणदीप सुरजेवाला का झूठ लिखकर इसका खुलासा किया और साथ ही यह भी सवाल किया कि क्यों कॉन्ग्रेस नेपाल की पुरानी तस्वीर का इस्तेमाल करके भारत को शर्मिंदा करना चाहती है?

झूठ का खुलासा होते ही लोगों ने उन्हें आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया। एक यूजर ने लिखा कि फर्जीवाड़े का दूसरा नाम ही कॉन्ग्रेस है।

एक अन्य यूजर ने लिखा, “भाई ये लोग तो बिल्कुल ही मानसिक संतुलन खो बैठे हैं। कभी नेपाल की तो कभी बांग्लादेश की फोटो को इंडिया की बता कर राजनीति कर रहे है और एक चमचा है एनडीटीवी वाला वो कुंभ मेले की तस्वीर को प्रियंका गाँधी के द्वारा भेजी बसे की तस्वीर बता कर सोशल मीडिया पर झूठ बोलने लगा।”

गौरतलब है कि इससे पहले सुरजेवाला ने छत्तीसगढ़ की एक तस्वीर शेयर करते हुए कहा था, “मोदी जी, इन्हीं को जहाज़ में बिठाने का सपना बेचा था ना!” हालाँकि जिस तस्वीर को पोस्ट कर के सुरजेवाला, PM मोदी से सवाल कर रहे थे, वो उनकी ही पार्टी यानी, कॉन्ग्रेस शासित राज्य छत्तीसगढ़ की निकली।

तस्वीर की सच्चाई सामने आने के बाद लोगों ने रणदीप सुरजेवाला से इसे डिलीट ना करने की बात कही थी। बता दें कि सुरजेवाला ने जो तस्वीर शेयर की थी, उसमें एक व्यक्ति को एक बच्चे को ट्रक की छत पर चढ़ाते हुए देखा जा सकता है।

इससे पहले ‘दलित कॉन्ग्रेस’ नाम के ट्विटर एकाउंट से एक ऐसी तस्वीर शेयर की गई है, जिसमें एक व्यक्ति को अपनी पीठ पर बूढ़ी महिला को ले जाते हुए देखा जा सकता है। कॉन्ग्रेस के इस ट्विटर अकाउंट में बताया गया है कि यह कॉन्ग्रेस का SC विभाग है। हालाँकि, बाद में खुलासा हुआ कि जिस तस्वीर को कॉन्ग्रेस के ये एकाउंट शेयर कर रहे थे, वो बांग्लादेशी रोहिंग्याओं की थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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