Friday, April 26, 2024
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‘गरीबों को सपने दिखाओ… राज करो’ – PM मोदी ने मंच से ऐसा कहा? कॉन्ग्रेस IT हेड ने शेयर किया वीडियो: फैक्ट चेक

"गरीब को सिर्फ सपने दिखाओ, झूठ बोलो, उन्हें आपस में लड़ाओ और राज करो।" - कॉन्ग्रेस IT हेड ने 7 सेकंड का यह वीडियो शेयर किया, PM मोदी को नीचा दिखाने के लिए। लेकिन खुद ऐसा फँसे कि अब पार्टी की हो रही किरकिरी!

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने के लिए सोशल मीडिया पर कॉन्ग्रेस किस्म-किस्म के दावे शेयर करती रहती है लेकिन अधिकतर बार या तो उसका देश-विरोधी रवैया सामने आ जाता है या फिर उनका झूठ पकड़ा ही जाता है। अबकी कॉन्ग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री के भाषण को काट कर एडिटेड हिस्सा शेयर किया और ऐसा दिखाना चाहा, जैसे पीएम मोदी खुलेआम मंच से गरीबों को भला-बुरा कह रहे हैं। लेकिन, उसका झूठ फिर पकड़ा गया।

ये कारनामा किया है कॉन्ग्रेस पार्टी की सोशल मीडिया विभाग के अध्यक्ष रोहन गुप्ता ने। पीएम मोदी रविवार (मार्च 21, 2021) को असम में थे और गोलाघाट के बोकाखाट में उनकी जनसभा हुई। इस दौरान उन्होंने कॉन्ग्रेस पार्टी व उसके शीर्ष गाँधी परिवार पर निशाना साधा। लेकिन, रोहन गुप्ता ने एक वीडियो शेयर किया और ये जताना चाहा कि पीएम मोदी ने गरीबों को भला-बुरा कह कर उन्हें बेवकूफ बनाया है।

पहली नजर में, कोई बच्चा भी समझ जाएगा कि कोई नेता कितना भी बड़ा मूर्ख क्यों न हो, वो कभी मंच से गरीबों को भला-बुरा नहीं कह सकता है। और नरेंद्र मोदी तो राजनीति की चलती-फिरती पाठशाला हैं, जिन्हें पता होता है कि किस स्थानीय मुद्दे को उठाना है, किस नेता की आलोचना करनी है और किसे सम्मान देना है। कहाँ की जनता किस भाषा में उनसे क्या सुनना चाहती है, पीएम को बखूबी पता होता है।

रोहन गुप्ता द्वारा शेयर किए गए वीडियो में पीएम मोदी कहते दिख रहे हैं, “गरीब को सिर्फ सपने दिखाओ, झूठ बोलो, उन्हें आपस में लड़ाओ और राज करो।” क्या दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी का सबसे बड़ा नेता इस तरह के शब्दों का इस्तेमाल खुद के लिए कर सकता है? क्या विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र का प्रधानमंत्री लाखों लोगों के सामने एक चुनावी सभा में खुद के बारे में ऐसा बोलने की सोच भी सकता है?

अब आपको बताते हैं कि इस वीडियो की सच्चाई क्या है। ये वीडियो ठीक है। इसमें पीएम मोदी द्वारा कहे गए शब्द भी ठीक हैं। लेकिन, वीडियो के आगे-पीछे उन्होंने क्या कहा, ये छिपा लिया गया है। उन्होंने ये बातें उनके परिप्रेक्ष्य में कही थी, जिन्होंने असम पर 50 वर्ष राज किया और अब 5 गारंटी दे रहे हैं। उन्होंने कहा था कि कॉन्ग्रेस के लोगों को झूठे वादे करने और झूठे घोषणापत्र बनाने की आदत पड़ गई है और जनता इनकी रग-रग से वाकिफ है।

इसके बाद पीएम मोदी वो बात कहते हैं, जो रोहन गुप्ता वाली वीडियो में है। यानी, उन्होंने कहा था कि ये नीति कॉन्ग्रेस की रही है। यानी, “गरीब को सिर्फ सपने दिखाओ, झूठ बोलो, उन्हें आपस में लड़ाओ और राज करो – यही कॉन्ग्रेस का हमेशा से सत्ता में रहने का फॉर्मूला रहा है।” इसमें से आधा हिस्सा रोहन गुप्ता वाले वीडियो में है, आधा गायब है। जो चीज खुद के लिए कही गई हो, उस पर भी कॉन्ग्रेस ही खुश हो रही है।

इसके बाद प्रधानमंत्री ने कहा था, “कॉन्ग्रेस मतलब झूठे घोषणापत्र की गारंटी। कॉन्ग्रेस मतलब कंफ्यूजन की गारंटी। कॉन्ग्रेस मतलब अस्थिरता की गारंटी। कॉन्ग्रेस मतलब, बम, बंदूक और ब्लॉकेड की गारंटी। कॉन्ग्रेस मतलब हिंसा और अलगाववाद की गारंटी। कॉन्ग्रेस मतलब भ्रष्टाचार की गारंटी, घोटालों की गारंटी।” क्या रोहन गुप्ता ये सब शेयर कर के भी अपनी पार्टी की पीठ थपथपाएँगे? या वो अपनी पार्टी के खिलाफ काम कर रहे हैं?

दरअसल, मीम बनाने के चक्कर में कभी भारत का नक्शा गलत दिखा देना, तो कभी सोशल मीडिया ट्रॉल्स की तरह लड़ाई-झगड़े करना… कॉन्ग्रेस के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडलों की आदत सी बन गई है। पीएम मोदी का अपमान करना कॉन्ग्रेस के नेताओं का पुराना पेशा रहा है। कभी जाति, कभी चाय तो कभी दाढ़ी को लेकर मजाक बनाया जाता है। हाल ही में GDP के आँकड़ों को उनकी दाढ़ी से जोड़ा गया।

और सबसे बड़ी बात ये है कि मीडिया आउटरेज तो हटा दीजिए, बात-बात पर भाजपा नेताओं व समर्थकों को शैडो-बैन करने वाला, उनके फॉलोवर्स कम करने वाला और उनके कंटेंट्स पर ‘वार्निंग’ देने वाले ट्विटर बड़े मजे से अपने प्लेटफॉर्म का उपयोग 130 करोड़ भारतीयों के नेता के अपमान के लिए करने दे रहा है, चूँ तक न कर रहा। जबकि भाजपा आईटी सेल के अध्यक्ष अमित मालवीय द्वारा शेयर किए गए कंटेंट्स पर वो खासा सक्रिय रहता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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