पिछले दिनों व्हाट्सएप पर एक मैसेज काफी तेजी से वायरल हुआ। जिसमें कहा गया कि आतंकवादी लोगों को इंजेक्शन देकर एड्स फैला रहे हैं। हालाँकि यूपी पुलिस के अनुसार यह मैसेज फर्जी है। यूपी पुलिस के फैक्ट चेक ट्विटर हैंडल ने कहा कि वे इस रिपोर्ट का पूरी तरह से खंडन करते हैं। साथ ही उन्होंने लोगों से इस भ्रामक पोस्ट को शेयर नहीं करने का भी अनुरोध किया।
कतिपय व्हाट्सएप ग्रुपों में इस प्रकार के भ्रामक मैसेज का प्रसार किया जा रहा है, जिसका @UPPolice पूर्णतया खंडन करती है। कृपया इस भ्रामक पोस्ट को शेयर न करें। #UPPAgainstFakeNews https://t.co/PN58l4yC8R pic.twitter.com/PEQvdrsF2E
— UPPOLICE FACT CHECK (@UPPViralCheck) November 3, 2019
दरअसल उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ एक्सप्रेस नाम के एक मीडिया आउटलेट ने यूपी पुलिस से वायरल हो रहे मैसेज की सत्यता की जाँच करने के लिए कहा था। बता दें कि वायरल मैसेज में लिखा था, “अगर आपके घर कुछ लड़के-लड़कियाँ आते हैं और कहते हैं कि वो मेडिकल के स्टूडेंट हैं और आपका शूगर या बीपी या कोई अन्य ब्लड टेस्ट फ्री में करने के लिए बोलते हैं तो आप तुरंत पुलिस को फोन करें क्योंकि वो आतंकवादी संगठन के लोग हैं और उनके इंजेक्शन में एड्स का वायरस है जो वो ब्लड लेने के बहाने आपके शरीर में डाल देंगे। किसी भी अनजान व्यक्ति को अपने घर में न घुसने दें। जनहित में जारी।”
@UPPViralCheck @Uppolice यह मैसेज वॉट्सएप्प पर तेजी से वायरल हो रहा है इसकी सत्यता की जांच करें।?? pic.twitter.com/dzaZhGvZ5z
— Pratapgarh Express (@News4Pratapgarh) November 2, 2019
इस मैसेज को अधिक से अधिक शेयर करने के लिए भी कहा जा रहा था। जाँच के बाद यूपी पुलिस ने पुष्टि की है कि यह फर्जी खबर है। जो कुछ व्हाट्सएप ग्रुपों द्वारा फैलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि वे इस आरोप को पूरी तरह से नकारते हैं और लोगों से इस भ्रामक पोस्ट को शेयर न करने की अपील करते हैं।
वैसे यह पहली बार नहीं है जब यह संदेश सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। 2017 में भी इसी तरह का मैसेज वायरल हुआ था, जिसमें कहा गया था कि यह यूपी पुलिस द्वारा जारी किया गया है। लेकिन यूपी पुलिस ने ऐसी किसी भी एडवाइजरी को जारी करने की खबरों से इनकार कर दिया था।