Friday, November 15, 2024
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बंगाल में कैलाश विजयवर्गीय को मजहबी भीड़ ने घेर रखा है, देखिए Video

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि रेलवे की संपत्तियों की सुरक्षा उनके सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। उन्होंने कहा, "अमित शाह केवल बीजेपी के नेता नहीं हैं। वे देश के गृह मंत्री हैं। शांति बनाए रखना उनकी जिम्मेदारी है।"

नागरिकता संशोधन कानून यानी CAA के खिलाफ पश्चिम बंगाल में हिंसा जारी है। भाजपा महासचिव और बंगाल के पार्टी प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने ट्वीट कर दावा किया है कि मजहब़ी उनकी गाड़ी को घेर रखा है। उन्होंने ट्वीट किया है, “मुर्शिदाबाद जाते हुए मुझे नवग्राम के पास मजहबी भीड़ ने घेर लिया है। मेरी गाड़ी के दोनों तरफ भीड़ जमा है। प्रशासन कोई सुनवाई नहीं कर रहा। SP और DG भी फ़ोन नहीं उठा रहे। पश्चिम बंगाल में अराजक सरकार के रहते कुछ भी हो सकता है। यहाँ किसी की जान सुरक्षित नहीं है।”

उन्होंने कहा है, “मुर्शिदाबाद जाते हुए नवग्राम के पास मुस्लिमों की भीड़ ने रिक्शा सामने अड़ाकर हमारा रास्ता रोक दिया। भीड़ की उग्रता देखकर लगता है कि इन्हें भड़काकर हमारे खिलाफ किया गया है। प्रशासन की लापरवाही इससे नजर आती है कि कोई फोन तक नहीं उठा रहा।”

इससे पहले मंगलवार को डीसीपी पर दंगाइयों ने बम फेंका था। हावड़ा के डीसीपी (मुख्यालय) अजीत सिंह यादव पर बम तब फेंका गया जब वे माणिकपुर इलाके में हालात पर काबू पाने पहुॅंचे थे। उनके साथ दो और पुलिसकर्मी भी इस हमले में जख्मी हो गए। बंगाल में हिंसा का यह सिलसिला बीते हफ्ते जुमे की नमाज के बाद शुरू हुआ था। इसके बाद से ही राज्य के अलग-अलग हिस्सों से हिस्सा की खबरें लगातार आ रही है। सबसे ज्यादा नुकसान रेलवे की संपत्तियों को पहुॅंचाया गया है। मालदा, उत्तर दिनाजपुर, मुर्शिदाबाद, हावड़ा, उत्तर 24 परगना, बीरभूम, नदिया और हावड़ा जिलों से हिंसा, लूट और आगजनी की कई घटनाएँ सामने आई हैं।

इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि रेलवे की संपत्तियों की सुरक्षा उनके सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार शुक्रवार के बाद से अब तक कम से कम 700 ट्रेनें रद्द की गई हैं। ममता ने कहा, “अमित शाह केवल बीजेपी के नेता नहीं हैं। वे देश के गृह मंत्री हैं। शांति बनाए रखना उनकी जिम्मेदारी हैं। उन्होंने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ का नारा देने वाली केंद्र सरकार ‘सबके साथ सर्वनाश’ करने पर तुली है।” साथ ही सीएए और एनआरसी वापस लेने की मॉंग करते हुए एक बार फिर दोहराया है कि राज्य में वे इसे लागू नहीं होने देंगी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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