Thursday, April 25, 2024
Homeराजनीतिपंजाब में BJP विधायक अरुण नारंग के साथ मार-पिटाई के मामले में 4 BKU...

पंजाब में BJP विधायक अरुण नारंग के साथ मार-पिटाई के मामले में 4 BKU नेता गिरफ्तार, 20 और हमलावरों की हुई पहचान

पंजाब पुलिस ने BKU के अब तक सुरजीत सिंह, नेम पाल सिंह, बलदेव सिंह (बोधिवाला खरक गाँव) और गुरमीत सिंह (खान कलां) के रूप में पहचान किए गए चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। राज्यपाल ने विधायक पर हुए हमले की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस मामले में सरकार की ओर से की जा रही कार्रवाई की रिपोर्ट भी माँगी है।

पंजाब के मलोट शहर में भाजपा विधायक अरुण नारंग के साथ पिटाई के मामले में चार हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया गया है। भाजपा के अबोहर से विधायक अरुण नारंग पर हुए हमले के आरोप में पुलिस ने 20 और आरोपितों की पहचान करके उनके नाम एफआईआर में दर्ज कर दिया है।

इसी मामले में रविवार को राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर ने विधायक पर हुए हमले की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस मामले में सरकार की ओर से की जा रही कार्रवाई की रिपोर्ट भी माँगी है।

पंजाब पुलिस ने 28 मार्च को भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू-सिधूपुर) के मुख्तार के अध्यक्ष सुखदेव सिंह और 26 अन्य लोगों के खिलाफ मलोट शहर में भाजपा विधायक अरुण नारंग की हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया। रिपोर्ट्स के अनुसार, घटनास्थल पर मौजूद कथित प्रदर्शनकारियों ने नारंग पर उस वक्त हमला किया, जब वह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए गए थे।

जैसे ही वह अपनी कार से बाहर निकले, अरुण नारंग की बेरहमी से पिटाई की गई और उनके कपड़े फाड़ दिए गए। घटनास्थल पर मौजूद भाजपा कार्यकर्ता और पुलिस ने उन्हें किसी तरह बचाया और प्राथमिक उपचार के लिए सिविल अस्पताल अबोहर ले गए।

जब ऑपइंडिया ने विधायक नारंग से बात की, तो उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और पार्टी कानून के अनुसार आवश्यक कार्रवाई करेगी। बीकेयू नेता राकेश टिकैत ने दावा किया है कि किसान हमले के पीछे नहीं थे।

पंजाब पुलिस ने BKU के अब तक सुरजीत सिंह, नेम पाल सिंह, बलदेव सिंह (बोधिवाला खरक गाँव) और गुरमीत सिंह (खान कलां) के रूप में पहचान किए गए चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।

बता दें कि शेष आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी है। शनिवार को पाँच किसान नेताओं सहित जिन सात लोगों को नामजद किया गया था वह सभी अभी फरार हैं।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

इंदिरा गाँधी की 100% प्रॉपर्टी अपने बच्चों को दिलवाने के लिए राजीव गाँधी सरकार ने खत्म करवाया था ‘विरासत कर’… वरना सरकारी खजाने में...

विरासत कर देश में तीन दशकों तक था... मगर जब इंदिरा गाँधी की संपत्ति का हिस्सा बँटने की बारी आई तो इसे राजीव गाँधी सरकार में खत्म कर दिया गया।

जिस जज ने सुनाया ज्ञानवापी में सर्वे करने का फैसला, उन्हें फिर से धमकियाँ आनी शुरू: इस बार विदेशी नंबरों से आ रही कॉल,...

ज्ञानवापी पर फैसला देने वाले जज को कुछ समय से विदेशों से कॉलें आ रही हैं। उन्होंने इस संबंध में एसएसपी को पत्र लिखकर कंप्लेन की है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe