Tuesday, April 30, 2024
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डूबते शहर, तैरती गाड़ियाँ और जान बचाते लोग : ‘मिचौंग’ तूफान का चेन्नई में विकराल रूप, 8 की मौत; दूसरे प्रदेशों में रेड अलर्ट जारी

'मिचौंग' तूफान का कहर चेन्नई में जारी है। रविवार (3 नवंबर 2023) से वहाँ अब तक 400-500mm वर्षा हो चुकी है। हालत ये हैं कि घरों में पानी घुस गया है जबकि कार और बाइकें सड़कों पर तैर रही हैं। चेन्नई में 8 लोगों की मौत भी हो गई है।

‘मिचौंग’ तूफान का कहर आंध्र प्रदेश से लेकर तमिलनाडु में दिख रहा है। बताया जा रहा है कि ये आज आंध्र प्रदेश के बापटला तट पर टकराएगा। इस दौरान इसकी रफ्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा रह सकती है। फिलहाल यह पश्चिम-मध्य और उससे सटे दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी, दक्षिण आंध्र प्रदेश के तट और उससे सटे उत्तरी तमिलनाडु पर मंडरा रहा है।

चेन्नई में तूफान से मौतें

चेन्नई में इसने तबाही मचाई हुई है। 17 शहर पानी में डूबे हुए हैं। रविवार (3 नवंबर 2023) से लेकर वहाँ अब तक 400-500mm वर्षा हो चुकी है। हालत ये हैं कि घरों में पानी घुस गया है जबकि कार और बाइकें सड़कों पर तैर रही हैं। कहा जा रहा है कि 70-80 सालों में बारिश का ऐसा हाल नहीं देखा गया था। 2015 में भी स्थिति खराब हुई थी मगर तब केवल 330mm वर्षा हुई। इस बार हालत इतनी खराब है कि चेन्नई में 8 लोगों की जान चली गई है।

स्थिति संभालने के लिए तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और पुडुचेरी में NDRF की 21 टीमें तैनात की गईं। 204 ट्रेनें और 70 फ्लाइट्स कैंसिल करके कोस्ट गार्ड, आर्मी और नेवी के जहाज और एयरक्राफ्ट को स्टैंडबाय पर रखा गया है।

आंध्र प्रदेश में हाई अलर्ट

वहीं तूफान के कारण आंध्र प्रदेश हाई अलर्ट पर है। राज्य सरकार ने तिरुपति, नेल्लोर, प्रकाशम, बापटला, कृष्णा, पश्चिम गोदावरी, कोनसीमा और काकीनाड़ा में रेड अलर्ट जारी कर रखा है। सुरक्षा नजरिए से यहाँ NDRF और SDRF की 5-5 टीमें तैनात हैं। तूफान प्रभावित क्षेत्रों में लोगों की मदद करने के लिए, उन्हें निकालने के लिए 181 राहत कैंप खोले जा चुके हैं। सरकार ने निर्देश दिए हैं कि गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों के सुरक्षित स्थानांतरण पर ध्यान दिया जाए और देखा जाए कोई कम्युनिकेबल डिसीज न फैले।

कहाँ दिखा मिचौंग का प्रभाव

बता दें कि ‘मिचौंग’ तूफान बंगाल की खाड़ी में 1 दिसंबर को उठा था। धीरे-धीरे ये भारत की ओर बढ़ा और आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी में इसका असर दिखने लगा। मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार यानी 5 दिसंबर की सुबह तक ये आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु के तटीय इलाकों से टकराएगा और बुधवार तक इसका असर रहेगा।

ऐसे में जब तक मिचौंग शांत नहीं होता तब तक इसका प्रभाव आंध्र प्रदेश के अलावा ओडिशा, पुडुचेरी-तेलंगाना, झारखंड, छत्तीसगढ़, बंगाल, कर्नाटक, अंडमान एंड निकोबार और केरल पर पड़ता दिखेगा। तेलंगाना सरकार ने तो तूफान को लेकर अलर्ट जारी किए हुए हैं। वहीं पुडुचेरी के समुद्री इलाकों के आसपास धारा 144 लागू कर दी गई है। इसके अलावा बाकी इलाकों में हल्की बारिश की आशंकरा है।

बिपरजॉय तूफान

याद दिला दें कि इससे पहले जून महीने में बिपरजॉय तूफान ने गुजरात में तबाही मचाई थी। 15 जून को वो कच्छ जिले से जखौ पोर्ट पर टकराया और 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएँ चलने लगीं। इस तूफान का असर गुजरात और मुंबई के तटीय इलाकों में देखने को मिला था जिसके कारण 9 लोगों की मौत भी हो गई थी।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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