Saturday, July 12, 2025
Homeविविध विषयअन्यहॉकी में ब्रॉन्ज मेडल: 4 दशक के बाद टोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम ने...

हॉकी में ब्रॉन्ज मेडल: 4 दशक के बाद टोक्यो ओलंपिक में भारतीय टीम ने रचा इतिहास, जर्मनी को 5-4 से हराया

जर्मनी ने अटैक करते हुए पेनल्टी कॉर्नर लेकर अंत के 6 सेकंड में साँसें जरूर अटकाई थीं लेकिन भारतीय डिफेंडरों और गोली ने शानदार बचाव कर मैच के साथ-साथ मेडल भी अपने नाम किया।

टोक्यो ओलंपिक के 14वें दिन यानी गुरुवार (5 अगस्त) को भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए जर्मनी को करारी शिकस्त देकर ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा कर लिया। टीम इंडिया की इस मुकाबले में भले ही खराब शुरुआत रही हो, लेकिन दूसरे हॉफ में लगातार गोल दागकर भारत ने जर्मनी पर दबाव बना दिया और यह मैच 5-4 से अपने नाम कर लिया।

इस दमदार जीत के साथ भारत ने अपने चार दशक का सूखा खत्म कर देश को गौरवान्वित कर दिया है। भारतीय टीम ने जबरदस्त वापसी करते हुए महज 2 मिनट में मैच को 5-3 की बढ़त पर ला दिया।

शुरुआत में जर्मनी ने भारत पर दबाव बनाने की कोशिश की, लेकिन वह इसमें सफल नहीं हो पाया। जर्मनी के खिलाफ भारतीय टीम के हरमनप्रीत सिंह ने पेनाल्टी कॉर्नर से गोल किया, जिसके चलते भारत ने स्कोर को बराबरी पर ला दिया।

दूसरे हाफ का खेल शुरू होने के बाद दोनों टीमें एक दूसरे पर शिकंजा कसने के लिए गोल दागने की पूरी कोशिश की, जिससे यह मुकाबला और भी रोमांचक हो गया। इसके बाद रुपिंदर ने पेनाल्टी कॉर्नर लेते हुए भारत की ओर से मैच में चौथा गोल दागा, जिसके बाद भारत मैच में 4-3 से बढ़त बनाने में कामयाब रहा। इसी तरह भारत ने अपने शानदार प्रदर्शन को जारी रखते हुए जर्मनी के खिलाफ पाँचवा गोल दागकर उस पर पूरी तरह से शिकंजा कसने में सफल रहा। यह दमखम सिमरनजीत सिंह ने दिखाया।

दूसरे हाफ में यह मैच इतना रोमांचक हो जाएगा, शायद ही किसी ने सोचा होगा। भारत का गजब का प्रदर्शन काबिलेतारीफ रहा। भारत ने न सिर्फ लगातार गोल किए, बल्कि जर्मनी के खिलाड़ियों को नाको चने चबा दिया। यही कारण है कि जर्मनी की टीम दूसरे हाफ में बेहद दबाव में नजर आई।

बता दें कि टीम इंडिया 49 वर्ष (1972 ओलंपिक) बाद ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुँची थी। टोक्यो ओलंपिक में शानदार खेल दिखा रही भारतीय पुरुष हॉकी टीम को सेमीफाइनल मुकाबले में बेल्जियम से 2-5 से हार का सामना करना पड़ा था। भारत ने आखिरी बार मास्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था, लेकिन वह म्यूनिख ओलंपिक 1972 के बाद पहली बार सेमीफाइनल में पहुँचा था।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

विकसित भारत के निर्माण में बढ़ रही युवाओं की भागीदारी, पीएम मोदी ने 51 हजार बाँटे नियुक्ति पत्र: बोले- नई ‘इम्प्लॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव स्कीम...

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए 51 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया है। यह 16वाँ रोजगार मेला है।

साल्हेर, शिवनेरी, सिंधुदुर्ग समेत शिवाजी महाराज के 12 किले UNESCO की लिस्ट में शामिल: मराठाओं की मजबूत रणनीति का रही हैं गवाह, पीएम मोदी...

WHC के 47वें सत्र में UNESCO ने 'मराठा मिलिट्री लैंडस्केप्स' छत्रपति शिवाजी महाराज के 12 ऐतिहासिक किलों को विश्व धरोहर सूची में शामिल किया।
- विज्ञापन -